रिजर्व बैंक ने भले ही करीब डेढ़ साल में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है, लेकिन उसके बाद भी कर्ज महंगे होते जा रहे हैं. देश में विभिन्न प्रकार के कर्ज पर ब्याज की दरें पहले से ही ज्यादा चल रही हैं. अब कई बैंकों ने एक के बाद एक कर लोन खासकर पर्सनल लोन पर ब्याज बढ़ा दिया है.
इन बैंकों ने बढ़ाया है ब्याज
पर्सनल लोन महंगा करने वाले बैंकों में देश का सबसे बड़ा बैंक एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक आदि शामिल हैं. प्राइवेट सेक्टर के इन प्रमुख बैंकों ने बीते दिनों में पर्सनल लोन को 30 से 50 बेसिस पॉइंट महंगा किया है. यानी चार सबसे बड़े प्राइवेट बैंकों के पर्सनल लोन अब 0.30 फीसदी से 0.50 फीसदी तक महंगे हो गए हैं.
इतनी हुई शुरुआती ब्याज दर
सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने अप्रैल से पर्सनल लोन की ब्याज दरों में 0.40 फीसदी की बढ़ोतरी की है. अब इस बैंक में पर्सनल लोन का ब्याज 10.75 फीसदी से शुरू हो रहा है. एक्सिस बैंक ने पर्सनल लोन की शुरुआती ब्याज दर को 10.49 फीसदी से बढ़ाकर 10.99 फीसदी कर दिया है. इसी तरह से आईसीआईसीआई बैंक ने शुरुआती ब्याज दर को 10.50 फीसदी से बढ़ाकर 10.80 फीसदी और कोटक महिंद्रा बैंक ने 10.50 फीसदी से बढ़ाकर 10.99 फीसदी कर दिया है.
स्थिर रेपो रेट के दौर में बढ़ोतरी
अब सवाल उठता है कि जब पिछले कई महीने से लगातार ब्याज दरें कम होने के कयास लग रहे हैं, वैसे में ब्याज दरें बढ़ कैसे रही हैं, वो भी तब, जबकि रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को आखिरी बार करीब डेढ़ साल पहले बढ़ाया था? इसका जवाब भी आरबीआई के पास ही है. रिजर्व बैंक के द्वारा किए कए एक नियामकीय बदलाव के चलते विभिन्न बैंक पर्सनल लोन की ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं.
इस कारण बैंक बढ़ा रहे हैं ब्याज
दरअसल रिजर्व बैंक ने पर्सनल लोन के मामले में रिस्क वेटिंग को बढ़ा दिया है. पहले पर्सनल लोन के लिए रिस्क वेटिंग की दर 100 फीसदी थी. रिजर्व बैंक ने उसे बढ़ाकर नवंबर 2023 से 125 फीसदी कर दिया है. दूसरी ओर बैंक इस नियामकीय बदलाव का बोझ खुद न उठाकर ग्राहकों के ऊपर ट्रांसफर कर दे रहे हैं, जिसके चलते ब्याज दरों में बढ़ोतरी हो रही है. ऐसी आशंका है कि आने वाले दिनों में पर्सनल लोन और भी महंगे हो सकते हैं और ब्याज दरें बढ़ाने वाले बैंकों की लिस्ट भी बड़ी हो सकती है.