महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने घायलों और मृतकों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। मेला प्रशासन की ओर से जारी किया गया यह हेल्पलाइन नंबर 1920 है, जहां श्रद्धालु या उनके परिजन घायलों के बारे में जानकारी ले सकते हैं।
महाकुंभ भगदड़: घायलों और मृतकों का विवरण
मेला प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब भारी भीड़ संगम की तरफ बढ़ रही थी। ब्रह्म मुहूर्त के दौरान, रात करीब 1 से 2 बजे के बीच श्रद्धालुओं की संख्या अचानक बहुत बढ़ गई थी। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कई श्रद्धालु अखाड़े की बैरिकेडिंग तोड़ते हुए नीचे जमीन पर सो गए। इसके बाद अफरातफरी मच गई और अन्य श्रद्धालु उन पर चढ़ गए, जिससे कुछ लोग कुचल गए।
इस घटना में लगभग 90 लोग घायल हुए, जिन्हें तुरंत एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा गया। वहीं, दुर्भाग्यवश इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि इस समय पांच मृतकों की पहचान की जानी बाकी है।
घायलों का इलाज जारी, कई राज्यों के श्रद्धालु प्रभावित
मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि घायलों में कई राज्यों के लोग शामिल हैं। कर्नाटक के 4, असम का 1 और गुजरात का 1 श्रद्धालु भी इस हादसे में घायल हुआ है। इन घायलों का इलाज एसआरएन मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। कुछ घायलों के परिजन उन्हें लेकर वापस अपने घर लौट चुके हैं।
प्रशासन ने स्थिति को सामान्य बताया
डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने कहा कि फिलहाल महाकुंभ मेले की स्थिति पूरी तरह से सामान्य है। इस दौरान मेला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता हो। उन्होंने यह भी बताया कि मौनी अमावस्या के दिन के बाद जो भी स्नान पर्व होंगे, उनमें कोई वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं होगा।
मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से किया आग्रह
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले में आ रहे श्रद्धालुओं से अपील की कि वे इस महत्वपूर्ण अवसर पर शामिल हों और अच्छे से स्नान करके सुरक्षित वापस जाएं। उन्होंने शंकराचार्यों, महामंडलेश्वर और अखाड़ों से भी आग्रह किया कि वे इस अमृत स्नान में भाग लें, ताकि किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रशासन ने शोक व्यक्त किया, सुरक्षा पर जोर
मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने मृतकों के प्रति अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता अब यह सुनिश्चित करना है कि जो श्रद्धालु महाकुंभ में आए हैं, उन्हें सुरक्षित स्नान कराकर घर वापस भेजा जा सके।
इस घटना के बाद, मेला प्रशासन ने और अधिक सतर्कता बरतने का संकल्प लिया है और भविष्य में किसी भी प्रकार की भगदड़ या अन्य हादसे से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को और भी मजबूत करने का काम किया जा रहा है।
हेल्पलाइन नंबर की जानकारी
यदि आप या आपके परिवार का कोई सदस्य इस हादसे में शामिल था और आपको जानकारी चाहिए, तो मेला प्रशासन द्वारा जारी किया गया हेल्पलाइन नंबर 1920 है। इस नंबर पर आपको घायलों की स्थिति के बारे में सही और अपडेटेड जानकारी मिलेगी।