ये रामलीला कर रहे हैं… कहने पर AAP MLA अनिल झा को स्पीकर ने दिखाया बाहर का रास्ता

दिल्ली विधानसभा का सत्र हमेशा की तरह इस बार भी हंगामेदार रहा। लेकिन इस बार माहौल और गरमा गया जब आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक अनिल झा ने बहस के दौरान ऐसा कुछ कह दिया जिससे सत्ता पक्ष के विधायक भड़क गए। विधानसभा अध्यक्ष ने खुद इस मामले में दखल देते हुए झा को बाहर का रास्ता दिखा दिया।

क्या था पूरा मामला?

दिल्ली विधानसभा में इस बार CAG रिपोर्ट को लेकर चर्चा हो रही थी। मॉडल टाउन सीट से विधायक अशोक देवड़ा जब रिपोर्ट पर अपनी बात रख रहे थे, तभी AAP विधायक अनिल झा ने बीच में टोकते हुए कहा, “ये रामलीला कर रहे हैं।” बस फिर क्या था, सत्ता पक्ष के विधायकों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया।

AAP विधायक करनैल सिंह ने झा से माफी मांगने की मांग कर दी। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने भी झा को चेतावनी देते हुए उनसे अपना बयान वापस लेने और माफी मांगने को कहा। लेकिन जब झा टस से मस नहीं हुए, तो स्पीकर ने मार्शल को बुलाकर उन्हें सदन से बाहर निकालने के आदेश दे दिए।

CAG रिपोर्ट पर बीजेपी का हमला

इस पूरे हंगामे के बीच बीजेपी विधायक पंकज सिंह ने CAG रिपोर्ट को लेकर AAP सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट ने अरविंद केजरीवाल के ‘दिल्ली मॉडल’ की पोल खोल दी है।

उन्होंने रिपोर्ट के हवाले से बताया कि:

  • दिल्ली सरकार की एंबुलेंस ज़रूरी उपकरणों के बिना चलाई जा रही थीं।
  • अस्पतालों में 21% स्टाफ की कमी पाई गई।
  • ब्लड बैंक, ICU, ऑक्सीजन सपोर्ट, और एंबुलेंस जैसी जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं का भारी अभाव था।

मरीजों को जो खाना दिया गया उसकी कभी जांच ही नहीं हुई!

पंकज सिंह ने विधानसभा में एक और बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि CAG रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली के अस्पतालों में मरीजों को दिया जाने वाला खाना कभी जांचा ही नहीं गया।

  • हीमोफीलिया और रेबीज जैसी गंभीर बीमारियों के लिए ज़रूरी इंजेक्शन की उपलब्धता ही नहीं थी।
  • जिन जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं कमजोर थीं, वहां कोई सुधार नहीं किया गया।
  • अस्पतालों में नए बेड की जरूरत का कोई आकलन नहीं किया गया।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना का पत्र

इस बीच दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी विधानसभा को एक पत्र लिखा। विधानसभा अध्यक्ष ने इसे सदन में पढ़कर सुनाया।

अपने पत्र में एलजी ने कहा, “दिल्ली में विकास के वादों को पूरा करने के लिए मिशन-मोड रणनीति की जरूरत है। सरकार को अपने किए गए वादों पर तेजी से काम करना चाहिए।”

उन्होंने सरकार के कुछ फैसलों की सराहना भी की लेकिन साथ ही ज़िम्मेदारियों को बेहतर तरीके से निभाने की सलाह दी।

क्या AAP विधायक अनिल झा पर होगी कोई कार्रवाई?

अनिल झा को सदन से बाहर कर दिया गया, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या उनके खिलाफ आगे कोई और कार्रवाई होगी? विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने इस बारे में कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया।

अब देखना होगा कि AAP विधायक झा अपने इस बयान को लेकर सफाई देते हैं या नहीं। वहीं, इस पूरे विवाद ने CAG रिपोर्ट को लेकर आम आदमी पार्टी की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।

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