अमृतसर: पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को रावण दहन के दौरान ट्रेन की चपेट में आकर 58 लोगों के मरने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं. इस घटना में 72 लोग घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है. घायलों को इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया था. पीड़ितों के शवों को कानूनी कार्यवाही पूरी होने के बाद शनिवार को प्रभावित परिवारों को दिया जाएगा. अमृतसर पुलिस आयुक्त एस.एस.श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि शुक्रवार देर रात बचाव कार्य पूरा हो जाने के बाद पुलिस ने पूरी स्थिति का आकलन किया.
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पंजाब पुलिस के अधिकारियों ने शनिवार को मामले की जांच शुरू कर दी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन ड्राइवर, रेलवे अधिकारियों और स्थानीय प्रशासन की जांच की जा रही है. शनिवार सुबह बड़ी संख्या में लोगों को घटनास्थल पर घूमते देखा गया. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जिस वक्त ट्रेन गुजरी उस समय पीड़ित रावण दहन देख रहे थे और इसका अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे.
वहीं शनिवार को पंजाब के राज्यपाल वी.पी.सिंह बदनौर और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू अस्पताल पहुंचे. बदनौर शनिवार तड़के ही अस्पताल पहुंचे और गुरु नानकदेव गवर्मेट अस्पताल में घायलों से मिले. उन्होंने चंडीगढ़ से रवाना होने से पहले मीडिया को बताया, “यह एक बड़ी दुखद घटना है. डॉक्टर्स यहां घायलों को बचाने की भरसक कोशिश कर रहे हैं.” राज्य के शिक्षा मंत्री और अमृतसर के विधायक ओ.पी.सोनी भी अस्पताल में मौजूद थे. सिद्धू शनिवार सुबह अस्पताल पहुंचे.
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अमृतसर में जोड़ा फाटक के पास शुक्रवार शाम को जहां यह रावण दहन का कार्यक्रम हुआ था, वहां सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थी. हालांकि, सिद्धू ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया. सिद्धू ने अस्पताल में घायलों और उनके परिवार वालों से मिले और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह भी शनिवार को यहां पहुंचकर पीड़ित परिवारों से मिल सकते हैं.