देहरादून: देहरादून स्थित मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में सहायक कृषि अधिकारी के पद पर तैनात राजेंद्र सिंह ने बुधवार देर रात अपने आवास में खुदकुशी कर ली. मौके से मिले डेढ़ पेज के सुसाइड में उन्होंने सहकर्मियों का उत्पीडऩ का आरोप लगाया है. मूलरूप से एटा के रहने वाले राजेंद्र सिंह जनवरी में सेवानिवृत्त होने वाले थे.
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राजेंद्र सिंह पुत्र स्व. मिश्रीलाल निवासी गढ़वाला, थाना पिलुआ, एटा, उत्तर प्रदेश देहरादून स्थित सुमननगर में परिवार के साथ रहते थे. रात रोज की तरह खाना खाने के बाद वह अपने कमरे में सोने चले गए. गुरुवार की भोर में सवा चार बजे के करीब उनकी पत्नी ने देखा कि राजेंद्र सिंह बिस्तर पर नहीं हैं. वह किचन से होते हुए बाथरूम में गईं तो पाया कि बाथरूम का दरवाजा भीतर से बंद है. कई बार आवाज लगाने पर भीतर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पड़ोसियों की मदद से बाथरूम का दरवाजा तोड़ा गया.
दरवाजा खुलने के बाद भीतर का मंजर देख परिवार के लोग चीख पड़े. राजेंद्र सिंह के गले पर कटे का निशान था और मुंह में कपड़ा भी ठूंसा हुआ था. उनके एक हाथ में ब्लेड था. करीब सवा पांच बजे नेहरू कॉलोनी चौकी प्रभारी कमलेश शर्मा मौके पर पहुंचे. पहले तो पुलिस मामले को संदिग्ध मान रही थी, लेकिन बाथरूम में मिले सुसाइड नोट से पुख्ता हो गया कि उन्होंने खुदकुशी की है. परिजनों के मुताबिक, जनवरी में रिटायरमेंट से पूर्व देयकों के भुगतान के लिए सहकर्मी उन्हें काफी परेशान कर रहे थे.
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राजेंद्र सिंह ने सुसाइड नोट में पांच-छह कर्मियों के नाम भी लिखे हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इंस्पेक्टर राजेश शाह ने बताया कि हालांकि मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत का कारण स्पष्ट होगा. उन्होंने बताया कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.