लखनऊः राज्यसभा सांसद अमर सिंह और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान के बीच जुबानी जंग बरकरार है. लखनऊ में मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमर सिंह, आजम खान पर जमकर बरते हुए दिखाई दिए. आजम खान के कथित हमले वाले बयान का हवाला देते हुए अमर सिंह ने कहा है, “मेरी नाबालिग बेटियां जब स्कूल जाती हैं, तो मुझे डर लगता है. पत्नी बुरी तरह रोती हैं.”
आपको बता दें, हाल में हुए एक इंटरव्यू का हवाला देते हुए पूर्व सपा नेता ने दावा किया था आजम खान ने उनकी बेटियों पर तेजाब से हमला कराने की बात कही थी. अमर सिंह ने 24 अगस्त को इस मामले से जुड़ा फेसबुक पर एक वीडियो भी शेयर किया था, उन्होंने इस वीडीयो में आजम को राक्षस और मुलायम-अखिलेश का राजीनितक पुत्र कहा था.
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लखनऊ प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमर सिंह ने एक बार फिर आजम पर हमला बोलते हुए कहा, “झूठ बोलने में अगर कोई शोध हो, तो उसमें सबसे बड़ा पुरस्कार मोहम्मद आजम खान को मिलेगा. वह कहते हैं कि उन्होंने कुछ कहा ही नहीं. मोहम्मद जी झूठ बोलते हैं. उनके जिस बयान पर मेरी प्रतिक्रिया का वीडियो वायरल हुआ है, वह दिखाया ही नहीं गया.”
अमर सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा ”आजम खां ने जिस तरह मेरी बेटियों को तेजाब से नहलाने की धमकी दी है, मैं उन्हें चुनौती देता हूं. मैं 30 अगस्त को उनके जिले रामपुर जा रहा हूं. अगर उनमें दम हो तो वह मेरी कुरबानी ले लें और मेरी बेटियों को छोड़ दें.”
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उन्होंने आजम के उसी बयान के बारे में मीडिया को बताते हुए कहा कि, “वह (आजम) कहते हैं कि अमर सिंह और उनके जैसे लोगों को सड़क पर पीटा जाएगा. उनकी जवान बेटियों पर तेजाब फेंका जाएगा. मैं बुरा और विवादत शख्स हो सकता हूं. लेकिन मैं दो 17 साल की बेटियों के बाप की हैसियत से यहां बैठा हूं.”
अमर सिंह, “बेटियां स्कूल जाती हैं, तो डर लगता है. हमारी पत्नी रोती हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जब हिंदू लड़की के साथ क्रूरता से छेड़छाड़ हुई, तब आजम खान ही वहां मंत्री थे. देश की आजादी दौरान भी इस क्षेत्र में दंगे नहीं हुए. लेकिन वहां इनके राज में दंगे हुए.”
अमर सिंह आगे बोले, “प्रधानमंत्री मोदी पर गुजरात के दंगों का कलंक लगाने वाले नमाजवादियों (सपा नेताओं से) से कि गुजरात का दंगा, दंगा था. आजम के नेतृत्व में हिंदू बेटी छेड़ने के बाद जो दंगे हुए और उसमें उनकी बिरादरी और नस्ल के लोग मरे, वह गुजरात के दंगों से भी ज्यादा थे.”