Anil Deshmukh: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख लगभग 12 महीनें बाद जेल से बाहर आ गये हैं। जमानत मिलने के बाद उन्हें मुंबई स्थित आर्थर रोड सेंट्रल जेल से रिहा किया गया है। पूर्व गृहमंत्री ने जेल से बाहर आने के बाद हाथ जोड़कर अपने कार्यकर्ताओं और समार्थकों अभिवादन किया । उन्होंने रिहा होने के बाद कहा कि उनके ऊपर लगाये गये सारे आरोप बेबुनियाद हैं। परमबीर सिंह और पूर्व अधिकारी सचिन वाजे के आरोप झूठे थे. अदालत ने सभी आरोपों को गलत करार दिया है।
बॉम्बे उच्च न्यायालय द्वारा मंगलवार यानी 27 दिसंबर को बेल देने के अपने आदेश पर रोक बढ़ाने की सीबीआई की याचिका से इनकार करने के बाद 73 साल के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को छोड़ दिया गया। जस्टिस संतोष चापलगांवकर की एकल- न्यायधीश अवकाश पीठ ने रेगुलर कोर्ट के पिछले आदेश की पृष्ठभूूमि के विरुद्ध केन्द्रीय जांच ब्यूरो की याचिका पर विचार करने से मना कर दिया कि कस्टडी के विस्तार के लिए कोई अर्जी पर विचार नहीं किया जाएगा। शाम लगभग 4.55 बजे जेल से बाहर आए देशमुख का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी( एनसीपी) के सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया।
अनिल देशमुख ने जेल से बाहर आने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि उन्हें देश की न्याय व्यवस्था पर पूरा विश्वास है। उन्हें बदल के मकसद से फंसाया गया था। उन्होंने आगे कहा कि, मुझे दुखः है कि एक आरोपी सचिन वाजे जो खुद जेल में बन्द है, के आरोपों पर मुझे एक वर्ष से अधिक समय तक जेल में रखा गया। जेल से रिहा होने पर पूर्व मंत्री का स्वागत करने के लिए पार्टी के कई दिग्गज नेता और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे थे।
हाई कोर्ट ने पाया कि जो आदमी अपराधी है उसके आरोप पर विश्वास करना मुश्किल है और उसके आरोप में कोई तथ्य नहीं है और जब सुप्रीम कोर्ट में इस पर सुनवाई हुई तो कोर्ट ने हाई कोर्ट के आदेश पर मुहर लगाई: महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख, मुंबई #MoneyLaunderingCase
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 28, 2022