देहरादून: रोहित शेखर तिवारी हत्या मामले में गिरफ्तार उनकी पत्नी अपूर्वा अब अपने किए पर पश्ताचाप के आंसू बहा रही है। उसका कहना है कि उससे गलती हो गई और उसकी जिंदगी अब तबाह हो गई। अपूर्वा ने पुलिस से कहा कि उसे जीवन में बहुत कुछ करना था, लेकिन सब तबाह हो गया। सूत्रों का कहना है कि अपूर्वा ने कई मुद्दों पर पति से असंतुष्ट होकर इस वारदात को अंजाम दिया। इनमें अवैध संबंधों का शक, प्रॉपर्टी विवाद तथा संतान की चाहत आदि शामिल है।
पुलिस सूत्रों ने दावा किया कि रोहित व अपूर्वा में लगातार होने वाले कलह के कारण दूरी बढ़ती ही चली गई। इसकी वजह से दोनो में कभी भावनात्मक लगाव उत्पन्न ही नही हो पाया, जबकि महत्वाकांक्षी अपूर्वा को रोहित से अपने भविष्य को लेकर बहुत उम्मीदें थी। क्राइम ब्रांच ने दावा किया कि अपूर्वा अब अपनी गलती स्वीकार रही है। उसका कहना है कि भविष्य को लेकर उसके संजोए सपने खत्म हो गए। उसकी कुछ राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी थी।
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वह इंदौर से दिल्ली राजनीति और वकालत में कुछ बड़ा हासिल करने के लिए आई थी। रोहित से शादी का एक बड़ा कारण, रोहित का राजनीतिक परिवार से जुड़ा होना था। रोहित के जरिए वह दिल्ली में वकालत के साथ राजनीति की दुनिया में भी हाथ आजमाना चाहती थी। अपूर्वा करीब चार-पांच साल पहले दिल्ली आई थी और दक्षिणी दिल्ली में किराए के एक फ्लैट में रहती थीं। उसने अपनी नेटवर्किंग स्किल का इस्तेमाल कर एलएलबी किए जाने के बाद सीधे सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी थी।
उसकी करीब दो साल पहले एक मैट्रिमॉनियल साइट के जरिए रोहित से मुलाकात हुई थी। अपूर्वा को जब यह पता चला कि रोहित उत्तराखंड और यूपी के पूर्व सीएम रहे नारायण दत्त तिवारी का बेटा है तो, वह उससे प्रभावित हो गई थी। शादी के बाद वह राजनीति में भी करियर बनाना चाहती थी। उसने दावा किया कि शादी के पहले वह एक राजनीतिक पार्टी की यूथ विग्रेड की झारंखड यूनिट की हेड भी रही थी।