रेप की शिकार मासूम को KGMU ने दिया नया जीवन

रेप

लखनऊ: रेप का शिकार पांच वर्षीय बच्ची का किंग जार्ज चिकित्सा विविद्यालय के पीडियाट्रिक सर्जरी के विशेषज्ञों ने एक ही सर्जरी में नया जीवन दे दिया है। सर्जरी के बाद पूरी तरह से ठीक हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया है। विशेषज्ञों के अनुसार आम तौर पर रेप के ज्यादातर मामलों में तीन सर्जरी की अलग- अलग समय पर की जाती है। बताते चले कि काकोरी में 10 अप्रैल 2019 को रेप का शिकार हुई पांच वर्षीय मासूम बच्ची कविता (बदला हुआ नाम) बच्ची को केजीएमयू में पीडियाट्रिक विभाग में 11 अप्रैल को काफी गंभीर हालत में लाया गया था।

इससे पहले एक निजी अस्पताल और बलरामपुर के डफरिन अस्पताल से रेफर कर किया गया। यहां से किंग जॉर्ज चिकित्सा विविद्यालय के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग लाया गया, जहां विभागाध्यक्ष डॉ. एसएन कुरील ने जांच के बाद उसका तत्काल इलाज शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि उस वक्त बच्ची शॉक में थी। यही नहीं उसके जन्नांग और मलद्वार की मांसपेशियां फटी हुई थीं तथा उसमें से ब्लीडिंग लगातार जारी थी।

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उसकी हालत तेजी से बिगड़ती जा रही थी। डॉ. कुरील ने बताया कि ऐसी गंभीर स्थित में सामान्यत: तीन सर्जरी की आवश्यकता होती है, लेकिन इस मामले मे सही समय पर बच्ची को चिकित्सीय सुविधा मिलने एवं विशेषज्ञता की वजह से मात्र एक सर्जरी से ही बच्ची की दिक्कतों को ठीक कर दिया गया और बच्ची अब पूर्णतया स्वस्थ है और सामान्य जीवन जीने में सक्षम है । डा. कुरील ने बताया कि अगर इस तरह के केस सही समय पर आ जाते है तो विशेष तकनीक से उन्हें जल्दी ठीक करने में मदद मिलती है। अगर अन्य कहीं इलाज हो जाता है और काफी समय बाद मरीज आता है तो तीन चरणों में अलग- अलग सर्जरी कर ठीक किया जाता है।

उन्होंने बताया कि बच्ची के बारे में मजेदार बात बताते हुहा कि जब भी वह वार्ड राउण्ड के समय जाते है और अन्य डाक्टरों से भी चॉकलेट की मांग करती है। उन्होंने बताया कि बच्ची का पूरा उपचार निशुल्क किया गया है। इस सफल सर्जरी में डॉ. एसएन कुरील ने एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. जीपीसिंह को विशेष रूप से सहायता की है। इस अवसर पर मासूम कविता (बदला हुआ नाम) और उसके परिजनों ने चिकित्सा विविद्यालय के कुलपति प्रो. एमएलबी भटट् से भेट कर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। कुलपति एवं पीडियाट्रिक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ. एसएन कुरील ने बच्ची को चॉकलेट भेंट में देते हुए उसके सुखमय भविष्य की कामना की।

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