एशियाई खेल: गोल्ड जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी विनेश, निशानेबाजी में मिले दो रजत

जकार्ता| पैर में चोट के बाद भी हिम्मत न हारने वाली भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सोमवार को मैट पर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। विनेश ने 18वें एशियाई खेलों में 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापान की इरि युकी को मात देकर पहला स्वर्ण पदक हासिल किया। विनेश एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनी हैं। उन्होंने 2014 में इंचियोन में खेले गए पिछले संस्करण में कांस्य पदक जीता था। इस बार वह अपने पदक का रंग बदलने में सफल रहीं।

वहीं निशानेबाजी में भी आज भारत की किस्मत अच्छी रही और रतीय निशानेबाजों ने इस दिन दो रजत पदक अपने नाम किए। दीपक कुमार ने पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में दूसरा स्थान हासिल कर पदक जीता तो वहीं लक्ष्य ने पुरुषों की ट्रैप स्पर्धा में रजत पदक अपने नाम किया। इसी स्पर्धा में हालांकि एक और भारतीय खिलाड़ी मानवजीत संधू पदक की रेस में अंतिम पलों में बाहर हो गए।

वहीं, रियो ओलम्पिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक और राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक विजेता पूजा ढांडा को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा है। यह दोनों खिलाड़ी हालांकि कांस्य पदक के मैच में उतरेंगी।

पैर में दर्द की समस्या के बावजूद विनेश ने अपनी क्षमता को बनाए रखते हुए उज्बेकिस्तान की दाउलेतबाइक वाई. को सेमीफाइनल में टेक्निकल सुपिरियॉरिटी के आधार पर 10-0 से करारी शिकस्त दी।

विनेश ने इंचियोन एशियाई खेलों में कांस्य जीता था। इसके अलावा वह 2018 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत तथा 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।

साक्षी को सेमीफाइनल में किर्गिस्तान की आइसुलु तेनीबेकोवा वा से 8-7 से हारकर फाइनल में जाने से महरूम रह गईं। साक्षी ने अपनी विपक्षी खिलाड़ी पर हावी होने की कोशिश की लेकिन उनके दांव उन पर ही भारी पड़ गई।

तेनीबेकोवा साक्षी पर 6-4 की बढ़त ले ली थी। साक्षी ने हालांकि वापसी करने की कोशिश की लेकिन अंत में वह एक अंक के अंतर से मुकाबला हार गईं।

वहीं, पूजा को उत्तर कोरिया की मयोंग सुक जोंक ने महिलाओं की 57 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा के सेमीफाइनल में 10-0 से मात देकर फाइनल में जगह बनाई।

इन दोनों के बीच इससे पहले हुए मुकाबले में भी पूजा को इसी स्कोर से हार का सामना करना पड़ा था।

पहले राउंड की शुरुआत में पूजा ने आक्रामक खेल खेलने की कोशिश की, लेकिन कोरियाई खिलाड़ी ने उन्हें हावी नहीं होने दिया और बाहर भेजते हुए पहले दो अंक लिए और फिर एक अंक का दांव लगाकर पहले राउंड का समापन 3-0 की बढ़त के साथ किया।

दूसरे राउंड में पूजा कोरियाई पहलवान के सामने बिल्कुल भी नहीं टिक पाईं और जोंग ने इस राउंड में सात अंक और लेकर तकनीकी दक्षता के आधार पर यह मैच अपने नाम कर पूजा को पिछली हार का बदला नहीं लेने दिया।

पिकी को इस स्पर्धा के प्री-क्वार्टर फाइनल में मंगोलिया की सुमिया एर्डेसकिमेग ने 0-10 से हराया।

पहले ही दौर में मंगोलिया की पहलवान पिंकी पर भारी नजर आईं और ऐसे में डिफेंस का मौका न देते हुए उन्होंने भारतीय महिला पहलवान को 5-0 से पीछे कर दिया।

दूसरे दौर में भी पिंकी को सुमिया के आगे कमजोर देखा गया और वह उनकी रणनीति के नहीं समझ सकीं और अंत में 0-10 से हार गईं।

सुमिया अगर इस स्पर्धा के फाइनल में पहुंच जाती हैं, तो पिंकी को रीपचेज खेलने का मौका मिल सकता है।

SOURCEIANS
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