10 लाख बैंक कर्मचारी रहे हड़ताल पर, सैकड़ों करोड़ का कारोबार रहा ठप
देश की बैंकिंग सेवा पिछले एक सप्ताह से काफी प्रभावित हो रही है और इसकी वजह है हड़ताल. कुल नौ बैंक यूनियन ने आज बुधवार को हड़ताल बुलाई थी, जिसके चलते आम आदमी को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नए साल से ठीक पहले बैंकों को इस तरह बंद होना लोगों के लिए बड़ी परेशानी है. हड़ताल, महीने का दूसरा शनिवार, क्रिसमस और एक बार फिर हड़ताल से बैंकों का काम पूरी तरह से ठप रहा।.
ये हैं मांग
युनाइटेड फॉरम ऑफ बैंक यूनियंस के मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी के अनुसार, बैंक कर्मचारियों व अधिकारियों के संगठन आयबॉक ने वेतनवृद्धि और बैंकों के विलय के विरोध में बैंकों की हड़ताल की घोषणा की थी. बैंक कर्मचारियों के अनुसार मई 2017 को जमा हमारी मांगों के चार्टर के आधार पर 11वें द्विपक्षीय वेतन संशोधन वार्ता के बिना शर्त आदेश पत्र जारी करने की मांग कर रही है. वेतन पुनरीक्षण पर बात शुरू होने के 19 महीने बीत जाने के बाद भी अब तक इस प्रक्रिया में कोई कदम नहीं उठाया गया है.
दिसंबर में कब-कब हड़ताल
21 से 23 दिसंबर को बैंकों ने हड़ताल की थी, जिसके बाद 24 दिसंबर को बैंक खुले थे, लेकिन 25 को क्रिसमस की छ्ट्टी के कारण बैंक बंद थे और 26 दिसंबर को हड़ताल के कारण बैंक बंद रहेंगे. वहीं देश में लगभग 3.2 लाख से अधिक बैंक अधिकारी पहले भी हड़ताल पर रहे थे. वहीं कुछ जगहों पर एटीएम भी काम नहीं कर रहे थे. ऐसे में आम आदमी को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.