बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन के नेतृत्व में राजधानी दिल्ली में आयोजित बिहार इन्वेस्टर समिट में देश की नामी गिरामी 110 कंपनियों ने भाग लिया और राज्य में निवेश की इच्छा जताई। भाग लेने वाली कंपनियों में खाद्य प्रसंस्करण, मोबाइल निर्माण, एफएमसीजी, टेक्नोलॉजी और पर्यटन क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां शामिल हैं।
राज्य सरकार टेक्सटाइल उद्योग तथा खाद्य प्रसंस्करण के जरिये राज्य में रोजगार के ज्यादा अवसर उपलब्ध कराना चाहती है और इसके लिए आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।
इस मौके पर बिहार के उद्योग मंत्री ने कहा की इस समिट के जरिए सरकार बिहार में निवेश को प्रोत्साहित कर रही है। यह समिट देश और भी प्रमुख शहरों में आयोजित किया जाएगा। दिल्ली के बाद मुंबई, कोलकाता, अहमदाबाद और अन्य शहरों में इसी तरह का इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया जाएगा।
अंतिम समिट बिहार की राजधानी पटना में आयोजित होगा, जिसमें कंपनियों से एमओयू साइन किया जायेगा। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इस समिट का एक ही उद्देश्य है उद्योग के क्षेत्र में बिहार की तस्वीर बदलना।
उन्होंने कहा कि निवेशक अपने निवेश की सुरक्षा चाहता है। राज्य सरकार उद्योग के लिए शांतिपूर्ण माहौल तथा सकारात्मक रेडटेप मुक्त लाइसेंसिंग व्यवस्था देने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि प्लग एंड प्ले स्टेशन विकसित किया जा रहा है, जहां निवेशक आकर सीधे काम शुरू कर सकते हैं।
उन्होंने अश्वासन दिया की आपको भूमि अधिग्रहण तथा बिजली कमी जैसी स्थितियों से गुजरने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उन्होंने ने कहा की बिहार 5 लाख एथेनॉल उत्पादन करने को तैयार हैं। आरा में तैयार
एथेनॉल प्लांट का जिक्र किया । साथ ही 3 अन्य एथेनॉल प्लांट के तैयार होने के बात कही जबकि 5 अन्य पर कार्य जारी है का संकेत दिया ।
वहीं, उन्होंने कहा की राज्य में 16 एथेनॉल कंपनियों को काम करने की अनुमति मिल चुकी है जो विभिन्न चरणों में हैं और जल्द ही काम करना शुरू कर देंगी। इससे राज्य के किसानों को लाभ मिलने की उम्मीद है और उनकी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।