म्यांमार में फिर भड़की हिंसा, हजारों हुए विस्थापित
म्यांमार के रखाइन प्रांत में एक बार फिर से हिंसा भड़कने से पिछले सप्ताह हजारों लोग विस्थापित हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता के मुताबिक 4 जनवरी को आरकन आर्मी द्वारा सेना और पुलिस चौकियों पर हमले के बाद हिंसा भड़की है.
इससे पहले 2017 में रखाइन प्रांत में भड़की हिंसा के बाद लगभग 10 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को पलायन करना पड़ा था.
म्यांमार सुरक्षा बलों पर हमले के बाद भड़की हिंसा
सयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, म्यांमार के रखाइन प्रांत में ताजा हिंसा आरकन आर्मी द्वारी सेना और पुलिस चौकियों पर हमले के भड़की है. 4 जनवरी को आरकन आर्मी के इस हमले में म्यांमार पुलिस के 13 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 9 अन्य घायल हो गए थे.
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने 8 जनवरी को मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि पिछले शुक्रवार भड़की हिंसा के बाद करीब 4,500 लोगों ने अपने घरों को छोड़ दिया है और पलायन कर गए हैं. सरकारी सुरक्षा बलों पर विद्रोहियां के हमले से दोबारा रखाइन राज्य में हिंसा भड़क उठी है.
2017 में हिंसा में 10 लाख लोगों का पलायन
म्यांमार के रखाइन राज्य में अगस्त 2017 में तब हिंसा भड़की थी जब सुरक्षा बलों पर रोहिंग्या के हमले हुए थे और इस हमले के बाद कथित तौर पर सैन्य प्रतिशोध शुरू हुआ था. रखाइन राज्य में हुए इस सैन्य कार्रवाई से बड़े पैमाने पर लगभग 10 लाख रोहिंग्या मुसलमानों को पलायन करना पड़ा था. जो हिंसा समाप्त होने के बाद म्यांमार सरकार के आश्वासन के बाद रोहिंग्या लौटे थे.
संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक मीडिया को बताया कि, म्यांमार के लिए सयुक्त राष्ट्र के कार्यवाहक रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर और मानवाधिकार कोऑर्डिनेटर नट ओस्टबी उत्तर और मध्य रखाइन की स्थिति को लेकर चिंता जाहिर की है.