दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने दिया इस्तीफा, पार्टी ने किया खंडन

बताया जा रहा है कि, अजय माकन ने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है. इस्तीफे के पीछे उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है. इस्तीफा देने के बाद इलाज के लिए माकन विदेश रवाना हो गए हैं.

congress-leader-ajay-maken-rahul-gandhi-resignation-health-reasons
फोटो साभारः Google

नई दिल्लीः दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने अचानक अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. लोकसभा चुनाव से कुछ महीनों पहले ही दिए इस इस्तीफे से कांग्रेस पार्टी को झटका माना जा रहा है. अजय माकन के इस्तीफे की मंगलवार को खबरें उड़ीं है. बताया जा रहा है कि, उन्होंने अपना इस्तीफा राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजा है. इस्तीफे के पीछे उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है. इस्तीफा देने के बाद इलाज के लिए माकन विदेश रवाना हो गए हैं. हालांकि कांग्रेस ने माकन के इस्तीफे का खंडन किया है.

अजय माकन के इस्तीफे की खबरों के बीच कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर इसका खंडन किया है. पार्टी ने कहा, “दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष आजय माकन ने इस्तीफा नहीं दिया है… उन्हें स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हैं, और वह चेकअप के लिए गए हैं… वह जल्द ही लौटेंगे… उन्होंने (अजय माकन ने) हाल ही में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी तथा दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको से मुलाकात की थी…”

ये भी पढ़ें-  तो पीके के तौर पर नितीश कुमार ने अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है !

पार्टी सूत्रों के मुताबिक अजय माकन ने 13 सितंबर को ही राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और दिल्ली के प्रभारी पीसी चाको के लिए इस्तीफा भेज दिया था. वहीं सूत्रों के मुताबिक इस्तीफ़े को अभी तक स्वीकार किया गया है. इससे पहले भी जब निगम चुनावों में कांग्रेस की हार होने के बाद, तब भी अजय माकन पद से इस्तीफा दिए था, लेकिन उनके इस्तीफ़े को तब भी स्वीकार नहीं किया गया था. आपको बता दें, वर्ष 2015 में पार्टी ने अरविंदर सिंह लवली की जगह अजय माकन को दिल्ली इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया था.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, स्वास्थ्य कारणों के वजह से अजय माकन पार्टी को ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं. ऐसे में पद छोड़ने का उन्होंने फैसला लिया. हालांकि पार्टी अभी ऐसी कोई बात स्वीकार नहीं कर रही है.

ये भी पढ़ें- अमित शाह तो सवर्णों से डर गए मगर राहुल पहुंचे मध्यप्रदेश

Previous articleतो पीके के तौर पर नितीश कुमार ने अपना उत्तराधिकारी चुन लिया है !
Next articleबिहारः एसएसबी जवान की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या की