नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। वैश्विक महामारी कोरोना से भारत का अब कोई राज्य अछूता नहीं है। देश में रोज औसतन 3 हजार से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो रहे हैं। यही हाल रहा तो भारत कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में कुछ ही घंटों में चीन से आगे निकल जाएगा। चीन में कोरोना के मरीजों की संख्या 82,933 है जबकि भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या 81,970 हो गई है। चीन में भारत से 963 मामले ज्यादा हैं। भारत में अब तक 2649 लोगों की कोरोना की चपेट में आकर मौत हो चुकी है। देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 3967 नए मामले सामने आए हैं जबकि 100 लोगों की मौत हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 81,970 हो गई है और 2649 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है।
पूरी दुनिया में 44 लाख से ज्यादा लोग हुए संक्रमित
दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की मौत का आंकड़ा तीन लाख के पार हो गया। अब तक इस महामारी की चपेट में 44.85 लाख से ज्यादा लोग आ चुके हैं। गुरुवार रात तक विश्व में कुल 44,89,482 लोग संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से मरने वालों की संख्या 3,01,024 हो गई। हालांकि इनमें से 16,88,943 लोग इलाज के बाद ठीक भी हो चुके हैं। अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा कहर यूरोप के देशों पर पड़ा है। पूरे यूरोप में अब तक 17,17,334 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 1,58,672 की मौत हो गई है। महाद्वीप में सर्वाधिक मामले स्पेन में 2,72,646 हैं जिनमें से 27,321 की मृत्यु हो चुकी है।
पढ़ें: Coronavirus News: पास बैठकर बात करेंगे तो हो जाएगा कोरोना…लेकिन डरिये मत ये उपाय है
एम्स डायरेक्टर ने कहा था- जून में आएंगे कोरोना के सबसे ज्यादा केस
एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कुछ दिल पहले कहा था, ‘जिस तरीके से ट्रेंड दिख रहा है, कोरोना के केस जून में पीक पर होंगे। ऐसा बिल्कुल नहीं है कि बीमारी एक बार में ही खत्म हो जाएगी। हमें कोरोना के साथ जीना होगा। धीरे-धीरे कोरोना के मामलों में कमी आएगी।’ डॉक्टर गुलेरिया ने कहा था कि लॉकडाउन का फायदा मिला है। लॉकडाउन की वजह से ही मामले ज्यादा नहीं बढ़े। दूसरे देशों के मुकाबले भारत में कम मामले बढ़े हैं।
डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि कब तक कोरोना के मामले चलेंगे, कितना लंबा यह चलेगा, यह अभी से नहीं कह सकते। लेकिन इतना जरूर है कि जब पीक पर कोई चीज होती है तो वहीं से वह डाउन होनी शुरू होती है। अब उम्मीद यही करते हैं कि जून में जब कोरोना के मामले पीक पर होंगे तो उसके बाद मामले धीरे-धीरे डाउन होना शुरू होंगे।
वैश्विक अर्थव्यवस्था को हो सकता है 8,800 अरब डॉलर का नुकसान
एशियाई विकास बैंक (एडीबी) ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5,800 अरब से 8,800 अरब डॉलर तक नुकसान हो सकता है। इसमें दक्षिण एशिया के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पर 142 अरब से 218 अरब डॉलर तक असर होगा। एडीबी ने एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी वैश्विक अर्थव्यवस्था को 5,800 अरब से 8,800 अरब डॉलर तक नुकसान हो सकता है, वैश्विक जीडीपी के 6.4 प्रतिशत से 9.7 प्रतिशत के बराबर है।’’ एडीबी ने कोविड-19 के संभावित आर्थिक असर के नए मूल्यांकन में कहा कि दक्षिण एशिया की जीडीपी में 3.9 प्रतिशत से छह प्रतिशत तक कमी आएगी।
देखें: VIDEO: ‘आत्मनिर्भर’ होकर… बेबस लोगों ने अपनी गाड़ी खुद चला ली
ऐसा बांग्लादेश, भारत और पाकिस्तान में सख्त प्रतिबंधों के चलते होगा। मनीला स्थित इस बहुपक्षीय एजेंसी ने कहा कि एशिया और प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक नुकसान 1,700 अरब डॉलर से 2,500 अरब डॉलर के बीच हो सकता है। वैश्विक उत्पादन में होने वाली कुल कमी में इस क्षेत्र की 30 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक चीन में 1,100 अरब से 1,600 अरब डॉलर के बीच नुकसान हो सकता है।