लखनऊ: प्रदेश सरकार उन पीसीएस अफसरों की डीपीसी (विभागीय प्रदोन्नति कमेटी) कराने जा रही है, जिन्होंने पदोन्नति के लिए अर्हता पूरी कर ली है। 15 मई को डीपीसी होने के बाद 25 पीसीएस अफसर आईएएस कैडर में पदोन्नत हो जाएंगे।
प्रदेश के नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने 2018 में 75 पीसीएस अफसरों की पदोन्नति के लिए लोक सेवा आयोग को डीपीसी कराने का प्रस्ताव भेजा था। इसमें 1997 से 2000 बैच के पीसीएस अफसरों के नाम हैं। डीपीसी होने के बाद भी छह पीसीएस अफसरों का लिफाफा बंद रहेगा, क्योंकि इनके खिलाफ विभागीय जांच चल रही हैं।
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सूत्रों के मुताबिक जिन पीसीएस अफसरों की डीपीसी के बाद पदोन्नति होनी है उनमें धम्रेन्द्र प्रताप सिंह, शिशिर, विशाल भारद्वाज, डा. राकेश वर्मा, शुभ्रांत कुमार शुक्ला, प्रवीण मिश्रा, मनोज कुमार, देवी शरण उपाध्याय, डा. चंद्रभूषण, बृजराज सिंह यादव, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, राजेन्द्र सिंह द्वितीय, महेंन्द्र वर्मा, हरीश चंद्र, राहुल सिंह, अनीता वर्मा सिंह, जितेन्द्र प्रताप सिंह, आलोक सिंह, घनश्याम सिंह, डा.विजय कुमार सिंह, सत्य प्रकाश पटेल, अच्छे लाल सिंह यादव, धम्रेन्द्र सिंह सचान, डा.कंचन शरण, रघुवीर और डा. वंदना वर्मा प्रमुख हैं।