नई दिल्ली: शायद इस बार चुनाव आयोग की नजर कुछ ज्यादा ही पैनी है। यही कारण है कि अभी तक बस तीन चरणों के चुनाव हुए हैं लेकिन नकदी 742 करोड़ रपए से ज्यादा पकड़ी जा चुकी है। आचार संहिता लागू होने के बाद नकदी पकड़े जाने का रिकार्ड टूट गया है। वर्ष 2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान करीब तीन सौ करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे। अभी चार चरणों का चुनाव बाकी है और बीते लोकसभा चुनाव से दोगुनी नकदी जब्त की जा चुकी है।
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उल्लेखनीय है कि वर्ष 2016 में नोटबंदी के बाद से नकदी प्रचलन में कमी लाने के लिए ढेर सारे उपाय किए गए हैं लेकिन इसका असर दिख नहीं रहा है। चुनाव में नकदी धन का उपयोग करने की कोशिश लगातार हो रही है लेकिन चुनाव आयोग के पर्यवेक्षकों और निगरानी तंत्र की वजह से पकड़ी जा रही हैं। लोकसभा चुनाव के ऐलान के साथ दस मार्च को आचार संहिता लागू हो गई थी। इसके साथ ही चुनावी गतिविधियां शुरू हो गई। तीन चरणों का मतदान भी हो गया है।
इस बार चुनाव आयोग की पैनी नजर के कारण 24 अप्रैल तक 742.28 करोड़ रपए की नकदी पकड़ी गई है। इसी तरह से 12,37,251 लीटर शराब पकड़ी गई है। नकदी, शराब, सोना-चांदी, मादक पदार्थ और बहुमूल्य वस्तुएं आदि मिलाकर अभी तक 3152.54 करोड़ रपए की जब्ती की जा चुकी है।