नई दिल्ली। कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण को रोकने के लिए जारी देशव्यापी लॉकडाउन के बीच सरकार ने राहत भरी खबर दी है। यह राहत 21 हजार से कम वेतन पाने वालों को मिलेगी। लॉकडाउन के चलते कर्मचारियों के हित में ईएसआई योजना का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा नहीं कराया जा सका है। ऐसे में कर्मचारियों को घबराने की जरूरत नहीं है। कर्मचारियों को वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा न होने के बाद भी योजना का लाभ मिलता रहेगा। 30 जून 2020 तक कर्मचारियों को योजना के तहत सभी स्वास्थ्य सेवाएं मिलती रहेंगी।
केंद्र सरकार ने की ये 5 बड़ी घोषणाएं
1. तमाम संस्थानों द्वारा लॉकडाउन की वजह से ईएसआई योजना के मद में कर्मचाारियों का वार्षिक एकमुश्त अंशदान जमा न करने के बावजूद कर्मचारियों को मिलती रहेंगी स्वास्थ्य संबंधी सभी सुविधाएं।
2. कर्मचारी अपने पुराने कार्ड पर ही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। उनका कार्ड अगर एक्सपायर हो गया है तो भी चिंता करने की जरूरत नहीं है।
3. ईएसआई योजना के अधीन कर्मचारी लॉकडाउन के दौरान प्राइवेट मेडिकल स्टोर से दवा खरीद सकेंगे। कर्मचारी प्राइवेट दुकानों से दवा खरीदने के बाद बाद में ESIC से खर्च किए गए पैसे को क्लेम कर सकेंगे।
4. अभी तक ईएसआई योजना का लाभ सिर्फ ईएसआई से संबद्ध अस्पतालों में ही मिलता था। कोरोना वायरस और लॉकडाउन को देखते हुए ESIC ने कई अस्पतालों से डील की है। इन अस्पतालों में भी कर्मचारियों को आसानी से इलाज मिल सकेगा।
5. कर्मचारी राज्य बीमा निगम ने कंपनियों को राहत देते हुए फरवरी और मार्च महीने का अंशदान जमा करने के लिए समय सीमा को 15 मई 2020 तक के लिए बढ़ा दी है।
क्या है ईएसआई
ईएसआई योजना का लाभ उन कर्मचारियों को मिलता है, जिनकी मासिक आय 21 हजार रुपए से कम होती है। जो कम से कम 10 कर्मचारियों वाली कंपनी में काम करते हैं। इससे पहले साल 2016 तक मासिक आय की सीमा 15 हजार रुपए थी, जिसे 1 जनवरी, 2017 से बढ़ाकर 21 हजार रुपए कर दिया गया।