नई दिल्ली: सीबीआई घूसकांड मामले में सीबीआई डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया गया है. वहीं के नागेश्वर राव को सीबीआई का अंतिरम डायरेक्टर नियुक्त किया है. अब वो सीबीआई का सारा कामकाज देखेंगे और इस घूसकांड मामले की जांच भी करेंगे. चलिए अब आपको बताते हैं कि ये के नागेश्वर हैं कौन. दरअसल, के नागेश्वर राव 1986 बैच के आईपीएस अफसर हैं.
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नागेश्वर तेलंगाना के ओडिशा कैडर के आईपीएस अफसर हैं. वहीं इससे पहले उन्हें सीबीआई का ज्वाइंट डायरेक्टर 5 साल के लिए बनाया गया था. उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार, स्पेशल ड्यूटी, ओडिशा राज्यपाल मेडल समेत कई अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है. राव की पहली पोस्टिंग 1989-90 में तालचेर में हुई थी. तालचेर को कोयला माफियाओं का गढ़ माना जाता था, लेकिन राव की पोस्टिंग के बाद यहां की कानून व्यवस्था में जबरदस्त सुधार देखने को मिला था.
वहीं बुधवार सुबह सीबीआई का चार्ज संभालते ही राव ने कई बड़े फैसले लिए. उन्होंने सुबह सबसे पहले ज्वाइंट डायरेक्टर अरुण शर्मा को जेडी पॉलिसी, जेडी एंटी करप्शन हेडक्वार्टर से हटा दिया. वहीं AC III के डीआईजी मनीष सिन्हा को भी उनके पद से हटा दिया. साथ ही घूसकांड मामले को फास्ट ट्रैक इन्वेस्टिगेशन में डाल दिया है और सीबीआई के अपने दफ्तर के 10वें और 11वें फ्लोर को सील कर दिया है.