नई दिल्ली: सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में शुक्रवार को न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता, न्यायमूर्ति आर.सुभाष रेड्डी, न्यायमूर्ति मुकेश कुमार रसिकभाई शाह व न्यायमूर्ति अजय रस्तोगी ने शपथ ली. प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने इन्हें शपथ दिलाई. इन चार न्यायाधीशों के शपथ लेने के साथ शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की संख्या 28 हो गई है. इस तरह 31 न्यायाधीशों की स्वीकृत संख्या में मात्र तीन न्यायाधीशों की कमी है. न्यायमूर्ति गुप्ता, न्यायमूर्ति रेड्डी, न्यायमूर्ति शाह व न्यायमूर्ति रस्तोगी अपने पदोन्नति से पहले क्रमश: मध्य प्रदेश, गुजरात, पटना व त्रिपुरा उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीश रहे हैं. सर्वोच्च न्यायालय की कॉलेजियम ने 29 अक्टूबर को इनके पदोन्नति की सिफारिश की थी. इसे 30 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से सार्वजनिक किया गया. सरकार ने दो दिनों के भीतर शीर्ष अदालत में इनकी नियुक्ति की सिफारिश को मंजूरी दे दी.
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हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों के कुल मंजूर पद 31 हैं यानि कि अभी भी 3 पद खाली हैं. चीफ जस्टिस रंजन गोगई की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने 30 अक्टूबर को चारों न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रुप में पदोन्नत करने को लेकर केंद्र सरकार के पास सिफारिश भेजी थी, जिस पर केंद्र सरकार ने 48 घंटे के अंदर मुहर लगा दी.
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वहीं राष्ट्रपति ने भी चारों जजों के नियुक्ति के वारंट एक ही दिन में जारी कर दिए. ये चारों नए न्यायाधीश शुक्रवार को शपथ लेंगे. सुप्रीम कोर्ट में पांच जजों के कोलेजियम ने इन चारों न्यायाधीशों की नियुक्ति पर 30 अक्टूबर को अपनी मुहर लगा दी थी, जिसके बाद केंद्र की तरफ से भी इस पर मंजूरी दे दी गई.