नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। घाटी में सक्रिय हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर रियाज नायकू के खात्मे के बाद अब सेना का अगला निशाना सैफुल्लाह मीर उर्फ गाजी हैदर है। गाजी हैदर को नायकू के बाद घाटी में संगठन की नई जिम्मेदारी दी गई है। हिजबुल मुजाहिद्दीन के चीफ और वैश्विक आतंकी सैयद सलाहुद्दीन ने गाजी को ये जिम्मेदारी सौंपी है। गाजी के अलावा जफर-उल-इस्लाम को डिप्टी कमांडर और अबु तारिक को सलाहउद्दीन ने मिलिट्री एडवाइजर बनाया गया है। चलिए, आपको बताते हैं कि घाट में हिजबुल का नया प्लान क्या है।
क्या है हिजबुल का नया प्लान?
नायकू के मारे जाने के बाद घाटी में हिजबुल संगठन की कमर टूट चुकी है। हिजबुल ने अब सेना को कंफ्यूज करने का प्लान बनाया है। हिजबुल चीफ सलाहुद्दीन ने रियाज नायकू की शोक सभा में घाटी में नए कमांडर के लिए गाजी हैदर के नाम का ऐलान किया था। बाद में पता चला है कि गाजी हैदर और कोई नहीं सैफुल्लाह मीर ही है। गाजी हैदर मीर का दूसरा नाम है। सेना अधिकारियों ने भी दावा किया है कि साल 2016 में बुरहान वानी के मारे जाने के बाद गाजी हैदर का नाम आतंकियों की लिस्ट में कभी नहीं रहा। इस नाम का इस्तेमाल हिजबुल ने अपनी बातचीत में भी नहीं किया।
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कौन है गाजी हैदर?
गाजी हैदर दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले का रहने वाला है। 12वीं की पढ़ाई के बाद उसने वोकेशनल स्किल सीखी। गाजी घायल आतंकियों का इलाज करना भी जानता है यही वजह है कि उसे संगठन में डॉक्टर सैफ भी कहा जाता है।
गाजी ने पुलवामा की आईटीआई से बायोमेडिकल में डिप्लोमा हासिल किया है। इसके अलावा वो तीन सालों तक श्रीनगर स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नॉलॉजी में बतौर टेक्नीशियन नौकरी भी कर चुका है।
गाजी पर है 10 लाख का इनाम
गाजी हैदर उर्फ सैफुल्लाह मीर साल 2014 में हिजबुल मुजाहिद्दीन में शामिल हुआ। गाजी उसी समय से शोपियां और अवंतीपोरा में सक्रिय है। गाजी ए प्लस प्लस श्रेणी का आतंकी है और सेना ने उसके सर पर 10 लाख रुपये का इनाम भी रखा है।