नगर निगम अपने पत्राचार में इंडिया नाम की जगह भारत का इस्तेमाल कर सकता है। मेयर ने इसे लेकर तैयारी की है। प्रस्ताव है कि भारत नाम की स्वीकृति के लिए बोर्ड या पार्षदों संग बैठक कर इस पर मुहर लगाई जाए। उम्मीद है कि इंदौर के बाद गोरखपुर दूसरा नगर निगम होगा, जहां पत्राचार के साथ अन्य पत्रावलियों में इंडिया की जगह भारत शब्द का प्रयोग किया जाएगा। मेयर ने बताया कि इसे लेकर सभी पार्षदों की सहमति ली जाएगी।
अभी हाल में 5 सितंबर को राष्ट्रपति की ओर से दिए गए जी-20 के डिनर निमंत्रण पर ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ की जगह ‘प्रेसिडेंट ऑफ भारत’ लिखा निमंत्रण पत्र भेजा गया था। इसके कुछ दिनों के बाद इंदौर में नगर निगम में भी इंडिया की जगह भारत कर दिया गया। अब गोरखपुर नगर निगम में भी तैयारी है कि पत्राचार के लिए इंडिया की जगह भारत का प्रयोग किया जाए।
मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने बताया कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद-1 में लिखा है- ‘इंडिया, दैट इज भारत, जो राज्यों का संघ होगा। ऐसे में भारत और इंडिया दोनों संविधानिक शब्द है। भारत शब्द स्वीकृत होने के बाद नगर निगम की कार्रवाई और पत्राचार में इंडिया नाम के स्थान पर भारत का उपयोग किया जाएगा।मेयर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव ने कहा कि इंडिया के भारत शब्द किए जाने पर किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। संविधान के ही दोनों शब्द हैं। पत्राचार के लिए आने वाले दिनों भारत शब्द का प्रयोग किया जाएगा। इसे बैठक में रखकर सभी की सहमति से पास करवाया जाएगा।