नमाज के बाद ग्रेटर नोएडा में श्रीमद् भागवत कथा पर रोक

नोएडा पुलिस ने सोमवार को नोएडा सेक्टर-58 में पार्क में नमाज पढ़ने पर रोक लगा दी थी. ये विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब प्रशासन ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे श्रीमदभागवत कथा को रुकवा दिया. इस पर प्रशासन का कहना है कि इसके लिए समुचित अनुमति नहीं ली गई थी. वहीं महिलाएं धरना पर बैठ गई.

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दरअसल, ग्रेटर नोएडा के सेक्टर-37 में एक भूखंड पर श्रीमदभागवत कथा के लिए, दरी, टेंट, लाउडस्पीकर आदि का इंतजाम किया गया था. वहीं बुधवार दोपहर में ग्रेटर नोएडा विका प्राधिकरण के अधिकारी दस्ते के साथ पहुंचे और टेंट को उखाड़ दिया. अधिकारियों की तरफ से तर्क दिया गया कि इस धार्मिक आयोजन के लिए जरूरी परमिशन नहीं ली गई है. वहीं इस कार्रवाई से नाराज महिलाएं वहीं धरने पर बैठ गई.

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दूसरी तरफ स्थानीय लोगों ने दावा किया कि इस जमीन को सभी लोग धार्मिक आयोजन के लिए चंदे से खरीद रहे हैं. प्राधिकरण की तरफ से भी ये निश्चित कर दिया है कि ये जगह धार्मिक है. लोगों ने इसे खरीदने के लिए 25 लाख रुपेय इकट्ठे किए हैं. वहीं ग्रेडर नोएडा के क्षेत्राधिकारी निशंक शर्मा ने बताया कि ये कार्रवाई प्राधिकरण अधिकारियों तथा प्राधिकरण से संबद्ध पुलिसकर्मियों ने की है. जिला पुलिस या स्थानीय कासना पुलिस थाने का कोई अधिकारी नहीं था.

वहीं नमाज मामले को लेकर उठा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा. वहीं इस बवाल में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी कूद पड़े. गिरिराज सिंह ने बुधवार को इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है. उन्होंने कहा कि पार्क में नमाज पढ़ी जाए, इसे घर या मस्जिद में पढ़ना चाहिए. वहीं जनसंख्या नियंत्रण कानून का विरोध करने वालों से मतदान का अधिकार छीन लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश बन गया है कि हर चीज को लोग वोट की नजर से ही देखते हैं.

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