नई दिल्ली: पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम (प्रधानमंत्री) इमरान खान ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय में दूसरे कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता की, जिसमें नई सरकार ने कई अहम फैसले लिए. इमरान सरकार ने कैबिनेट मीटिंग के बाद प्रेस कांफ्रेंस में 7 विस्तृत एजेंडा के बारे में बताया. इसमें सबसे अहम फैसला भारत की तर्ज पर देश भर में स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया गया. बता दें कि भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अक्टूबर 2014 में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी.
कैबिनेट की बैठक के बाद पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने इन एजेंडों को लेकर जानकारी दी. जिसमें मंत्रियों, सांसदों और प्रधानमंत्री के लिए विवेकाधीन फंड को खत्म करने का फैसला लिया गया. फवाद चौधरी ने इसे सबसे महत्वपूर्ण फैसला करार दिया.
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जियो न्यूज के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान विदेशी दौरों के लिए अपने विशेष प्लेन का इस्तेमाल नहीं करेंगे. साथ ही वे फर्स्ट क्लास के बदले क्लब क्लास में यात्रा करेंगे. सरकार ने सभी मंत्रियों, मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति के लिए फर्स्ट क्लास सुविधा को खत्म करने का निर्णय लिया है, वे अब क्लब क्लास में यात्रा करेंगे.
पीएम इमरान खान ने ईद के दौरान बिजली की कटौती पर चिंता जाहिर की और बिजली वितरण प्रणाली पर एक विस्तृत रिपोर्ट की मांग की है.
कैबिनेट ने मुल्तान, इस्लामाबाद, लाहौर के साथ पाकिस्तान के कई हिस्सों में जन यातायात योजनाओं के ऑडिट की मांग की है. सरकार ने कहा कि इन योजनाओं पर अधिक खर्च होने के बावजूद अधिक फंड की जरूरत है. इसके अलावा सरकार खैबर पख्तूनख्वा मेट्रो प्रोजेक्ट का भी ऑडिट करेगी.
पाकिस्तान की नई सरकार ने बड़े शहरों में वृक्ष लगाने की योजना लॉन्च की है. इसकी जानकारी अगले महीने पर्यावरण मंत्री को दी जाएगी। सरकार का कहना है कि यह समय की जरूरत है.