जानिए क्या है लोहड़ी का शुभ मुहूर्त और क्यों लगाए जाते हैं अग्नि के फेरे

भारत में सभी त्योहारों का अपना एक खास महत्व है सभी जानते हैं कि हमारा भारत त्योहार प्रधान देश है जो सभी भारतवासियों के लिए बड़े उल्लास और उत्साह को लेकर आता है. बता दें कि हर साल जनवरी के महीने में लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है. यह मुख्यतौर पर पंजाब का प्रसिद्ध फेस्टीवल है जो लोगों में उत्साह भरता है.

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लोहड़ी का शुभ मुहुर्त

सभी जानते हैं कि हर साल मकर सक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी का फेस्टीवल मनाया जाता है. जिस दिन सभी मूंगफली और तिल के चीजों का सेवन करते हैं. जैसा कि सभी जानते हैं कि इस साल मकर सक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी और साथ ही लोगों में लोहड़ी को लेकर असमंजस की स्थिति भी बनी हुई है. कई लोगों को भ्रम बना हुआ है कि अगर मकर सक्रांति 15 जनवरी को मनाई जाएगी तो क्या लोहडी़ 14 को मनाई जाएगी, लेकिन बता दें कि लोहड़ी अपने हर साल की तरह 13 जनवरी को ही मनाई जाएगी. पंचांग की गणना के मुताबिक 14 जनवरी की शाम 7 बजकर 50 मिनट पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे. इसके हिसाब से लोहरी पूजन का शुभ मुहुर्त शाम में 5 बजकर 41 मिनट से 7 बजकर 4 मिनट तक होगा.

क्या है लोहड़ी फेस्टीवल का महत्व

बता दें कि लोहड़ी का त्योहार अग्नि देवता को समर्पित है. इसमें साल के पहली फसल को सबसे पहले अग्नि देवता को दान की जाती है. इसी के साथ सर्दियों के जाने के लिए भी इस त्योहार में मनाया जाता है. साथ ही इसके बाद पंजाब में फसल की कटाई की शुरुआत हो जाती है. लोहरी के दिन शाम को खुली जगह में लोहड़ी जलाई जाती है. पवित्र अग्नि में मूंगफली, गजक, तिल, मक्का डालते हुए लोग इसकी परिक्रमा करते हैं और लोकगीत गाते हुए उत्सव मनाते हैं.

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