विधानसभा चुनाव परिणाम 2018: नतीजों से पहले जानें क्या कहती है पांचों राज्यों की स्थिति

मंगलवार को राजस्‍थान, मध्‍यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव परिणाम आएंगे. जिसको लेकर सभी पार्टियों की धड़कने तेज है. साथ ही पूरे देश जानना चाहता है कि किस राज्य में कौन जीत रहा है. सुबह 8 बजे से रुझान आने शुरू हो जाएंगे.

माना जा रहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले सेमिफाइल है. और जो स्थिती इन चुनावों के परिणामों से उभरकर सामने आएगी. वो 2019 के चुनावों को भी दिशा देंगे.

राजस्थान

राजस्थान का इतिहास रहा है कि यहां हर 5 साल में सत्ता परिवर्तन होता है. अभी राज्य में कांग्रेस विपक्ष में हैं तो बीजेपी सत्ता में है. कांग्रेस को उम्मीद है कि राज्य में उनकी वापसी होगी. साथ ही सभी एग्जिट पोल भी इसी तरफ इशारा भी करते है.  एग्जिट पोल में कांग्रेस को सत्ता मिलती दिख रही है. वहीं बीजेपी परिणामों का इंतजार कर रही है. साल 2013 में बीजेपी ने राज्य में 200 सीटों में से 163 सीट जीती थी और राज्य की मुख्यमंत्री वशुधरा राजे बनी थी. इस बार राजस्थान में 199 सीटों पर 74 फीसदी से ज्याद वोटिंग हुई थी.

मध्यप्रदेश 

मध्यप्रदेश में बीते 15 सालों से कांग्रेस सत्ता से बाहर है. बीजेपी 15 सालों से सत्ता में है. कांग्रेस को इस बार उम्मीद है कि वो अपना 15 सालों का बनवास खत्म करके इस बार वापसी करेंगी. मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के सोमवार को बयान दिया कि कांग्रेस इस बार राज्य में 140 सीटों से ज्यादा जीतेगी. मध्यप्रदेश में विधानसभा की कुल 230 सीटे है. बीजेपी ने साल 2013 में इनमें से 165 सीटे जीती थी. लेकिन इस बार ज्यादातर एग्जिट पोल में बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जा रह है.

छत्तीसगढ़

छत्त्तीसगढ़ में भी बीजेपी 15 सालों से सत्ता में है. कांग्रेस को इस बार उम्मीद है कि वो इस राज्य में भी बीजेपी को हरा पाएगी. हालिंक कई एग्जिट पोल में राज्य में बीजेपी जीत का चौक लगाती नजर आ रही है. लेकिन कुछ एक एग्जिट पोल में मामला फसता भी दिख रहा है. साल 2013 के चुनावों में बीजेपी ने राज्य की 90 सीटों में से 49 पर जीत हासिल की थी.

तेलंगाना

तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने समय से पहले ही विधानसभा भंग कर दी थी. ऐसा करके उन्होंने एक बड़ा दाव खेला था. एग्जिट पोल में टीआएएस को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलती दिख रही है. टीआएएस  केसीआर की पार्टी है. राज्य में कांग्रेस और बीजेपी में सीधी लड़ाई नहीं है. टीआरएस और कांग्रेस की सीधी लड़ाई मानी जाती है. AIMIM की पार्टी भी राज्य में कुछ विधानसभा की सीटों को प्रभावित करती है. इस बार कांग्रेस ने राज्य में टीडीपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ा था. तो वहीं सोमवार को ही ओवैसी ने केसीआर को समर्थन की बात कहीं थी. तेलंगाना में विधानसभा की 119 सीटे है. विधानसभा भंग करने से पहले टीआरस के पास 90सीटे थी.

मिजोरम

पूर्वी भारत के इस राज्य में विधानसभा चुनावों के लिए28 नवबंर को मतदान किया गया. इस बार मिजोरम में 80 फीसदी से अधिक मतदान हुआ. राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है. राज्य में विधानसभा की 40 सीटे है.  एग्जिट पोल में राज्य में बीजेपी को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है. एग्जिट पोल में एमएनएफ सरकार बनाने की स्थिती मे दिख रही है. साल 2013 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के खाते में 34 सीटे आई थी. जबकि एमएनएफ के खाते में पांच और मिजोरम पीपुल्स कांफ्रेंस की झोली में एक सीट आई थी.

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