एनडीए का चुनावी मुद्दा विकास ही होना चाहिए , राम मंदिर नहीं: चिराग पासवान
लोकसभा चुनाव आने वाले हैं. इसकी तैयारी सभी पार्टियों ने शुरू कर दी है. देश की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी और कांग्रेस जहां अपने-अपने तरीके से चुनावी तैयारी में जुटी है वहीं अलग-अलग राज्यों की क्षेत्रीय पार्टियों ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है.
राम मंदिर को ना बनाए चुनावी मुद्दा
बिहार में भाजपा की सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने भी अपने सुर बदलने शुरू कर दिए हैं. लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा है कि वो राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक जैसे विवादित मुद्दों को लोकसभा का चुनावी मुद्दा नहीं बना सकती है.
राजग को झेलना पड़ सकता है नुकसान
उन्होंने यह कहते हुए आशंका जताई है कि एनडीए को विकास के मुद्दे से भटकने का नुकसान भी झेलना पड़ सकता है. लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने सीधे शब्दों में कहा कि राम मंदिर हमारा मुद्दा नहीं है. लोजपा संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शेखपुरा जिले में ये बातें कही है. आपको बता दें कि चिराग के लोकसभा क्षेत्र जमुई का ही एक हिस्सा शेखपुरा जिला है. जहां उन्होंने कहा कि एनडीए के लिए विकास ही चुनावी मुद्दा होना चाहिए.
चिराग ने कहा कि विकास को चुनावी मुद्दा रखने से काफी फायदा होगा. इससे बिहार की 40 में से 35 सीटें जीतने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि चुनाव विकास के मुद्दे पर ही लड़ा जाएगा और राम मंदिर और तीन तलाक जैसे मुद्दों को किनारे रखा जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान हो सकता है.
लोजपा की बयानबाजी
आपको बता दें कि लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री के रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान पिछले महीनों से ही कुछ ऐसी टिप्पणियां करते आ रहे हैं. जिससे उनके और बीजेपी के सुर अलग होते दिखाई दे रहे हैं. दरअसल लोजपा की यह पुरानी आदत है. हर बार लोकसभा चुनाव से पहले लोजपा ऐसी बयान बाजी शुरू कर देती है. चिराग पासवान ने हाल ही में बीजेपी की तीन राज्यों में हुई हार के बाद कहा था कि अगर आप विकास के मुद्दे से भटक जाएंगे तो ऐसा ही हाल होगा.