नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। बैंकों का मोटा पैसा अंदर करने वाला नीरव मोदी नखरों से बाज नहीं आ रहा है। हीरा कारोबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण पर ब्रिटेन के लंदन की अदालत में सुनवाई चल रही है। प्रत्यर्पण को रोकने के लिए नीरव मोदी ने मानसिक स्वास्थ्य का बहाना किया था। उसके वकील ने मुंबई की आर्थर रोड जेल में मानसिक रोगों के चिकित्सक न होने की दलील दी थी। अब नीरव का नया पैंतरा सामने आया है। वकील ने आर्थर रोड जेल के चूहों के आतंक की दलील दी है।
सुनवाई के दौरान नीरव मोदी के वकील ने कोर्ट में कहा कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में चूहे और कीड़े अधिक हैं। कैदियों के लिए कोई गोपनीयता नहीं है। नीरव के वकील ने यह भी दलील दी कि यदि उसे आर्थर रोड जेल में रखा गया तो यह उसके मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा। वकील ने दलील दी कि जेल परिसर में नालियां हैं और पास ही झुग्गी बस्ती भी है, जहां बहुत शोर होता है।
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ऑर्थर रोड जेल का वीडियो दिखाया गया था
भारतीय एजेंसियों की ओर से कहा गया कि नीरव मोदी को प्रत्यर्पण के बाद आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 में रखा जाएगा। इसे विशेष रूप से आर्थिक अपराध से जुड़े अपराधियों के लिए ही बनाया गया है। भारतीय एजेंसियों की ओर से आर्थर रोड जेल की एक वीडियो भी अदालत में पेश की गई थी, जिसमें चूहे नजर नहीं आ रहे।
बैरक के पास कोई खुला नाला भी नहीं है। बैरक में प्रत्येक कैदी के लिए भरपूर स्थान भी है। दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद कोर्ट ने क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस को आर्थर रोड जेल को लेकर ताजा रिपोर्ट देने को कहा। आर्थर रोड जेल की इस रिपोर्ट को सितंबर में सुनवाई के लिए लिया जाएगा। गौरतलब है कि इससे पहले वकील ने कहा था कि नीरव मोदी का मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है। नीरव मोदी के वकील ने प्रत्यर्पण का विरोध करते हुए कहा था कि मुंबई की आर्थर रोड जेल में मानसिक रोगों के चिकित्सक नहीं हैं।
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