वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया ने अभी तक जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए सीरीज में 2-0 से बढ़त रखी है। अब भारतीय टीम की नजर 1 मार्च से इंदौर में शुरू होने वाले तीसरे टेस्ट मैच पर टिकी है। इसी बीच भारत के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा है कि अनुशासन की कमी ने ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ चल रही बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निराश किया है और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को सलाह दी कि वे बुनियादी बातों पर वापस जाएं और श्रृंखला में वापसी करने के प्रयास में अधिक धैर्य के साथ खेलें।
द आईसीसी रिव्यू के नए एपिसोड में रवि शास्त्री से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया से अब तक कहां गलतियां हुई हैं। शास्त्री ने कहा कि मुझे लगता है कि उनकी प्लानिंग कमजाेर रही है। अपने बचाव में विश्वास की कमी। प्लानिंग की कमी और अनुशासन की कमी अवास्तविक थी और ऑस्ट्रेलिया ने इसके लिए बड़ी कीमत चुकाई है।
रवि शास्त्री का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को अब आक्रामक दृष्टिकोण के बजाय शेष टेस्ट मैचों के दौरान क्रीज पर टिकना चाहिए। उन्होंने कहा- बुनियादी चीजों पर वापस जाना बहुत महत्वपूर्ण है। यदि आप अपने बचाव पर भरोसा नहीं करते हैं तो आपके पास कोई मौका नहीं है, क्योंकि उस समय आप मुक्त होने के विचारों का मनोरंजन करते हैं, जितना कि आपको सामान्य रूप से होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया को लंदन में आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह पक्की करने के लिए 4-0 से सीरीज वाइटवॉश से बचने की जरूरत है। 60 वर्षीय शास्त्री जानते हैं कि इंग्लैंड में परिस्थितियां उन टीमों से काफी अलग होंगी, जिनका सामना भारत में टीमों को करना पड़ रहा है, लेकिन उनका मानना है कि घरेलू धरती पर अगले दो टेस्ट मैच जीतने पर उनकी टीम को महत्वपूर्ण मानसिक बढ़त हासिल होगी।