शर्मिष्ठा मुखर्जी का कांग्रेस आलाकमान पर निशाना, ‘मेरे पिता ने पद अर्जित किया गांधी-नेहरू परिवार से दान नहीं लिया था’

शर्मिष्ठा मुखर्जी का कांग्रेस आलाकमान पर निशाना, ‘मेरे पिता ने पद अर्जित किया गांधी-नेहरू परिवार से दान नहीं लिया था’

पूर्व राष्ट्रपति और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने एक बार फिर कांग्रेस पर जोरदार निशाना साधा है। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा है कि गांधी-नेहरू परिवार ने उनके पिता प्रणब मुखर्जी को कोई पद दान में नहीं दिया था। शर्मिष्ठा ने कहा कि मेरे पिता इसके हकदार थे और पद को अर्जित किया था।

शर्मिष्ठा ने कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा और कहा कि क्या गांधी परिवार के लोग सामंतों जैसे हैं कि उनको चार पीढ़ी तक श्रद्धांजलि दी जाएगी। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा पर भी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सवाल दागे। राहुल गांधी पर भी उन्होंने ये कहकर तंज कसा कि चुनाव से पहले शिवभक्त बन रहे हैं। इससे पहले भी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोमवार को कहा था कि कांग्रेस में अब गांधी-नेहरू परिवार से बाहर नेतृत्व देखने का समय है।

शर्मिष्ठा ने अपने पिता प्रणब मुखर्जी पर एक किताब लिखी है। बीते दिनों जयपुर में हुए साहित्य महोत्सव में भी शर्मिष्ठा मुखर्जी गई थीं। वहां उन्होंने कांग्रेस में लोकतंत्र, पार्टी संगठन में चुनाव, जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को शामिल करने पर जोर दिया था। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पहले कहा था कि कांग्रेस को ये भी ध्यान रखने की जरूरत है कि 2014 और 2019 में राहुल गांधी कांग्रेस का चेहरा थे और लोकसभा चुनाव बुरी तरह से पार्टी हारी थी।

प्रणब की बेटी ने कहा था कि अगर किसी नेता के नेतृत्व में पार्टी लगातार हार रही है, तो उसके बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को अब ये सोचने की जरूरत है कि पार्टी का चेहरा आखिर होना कौन चाहिए।

शर्मिष्ठा मुखर्जी कांग्रेस में काफी सक्रिय रही हैं, लेकिन प्रणब मुखर्जी के निधन के बाद से उनको कांग्रेस के कार्यक्रमों में नहीं देखा गया। अपने पिता पर लिखी किताब को लेकर शर्मिष्ठा मुखर्जी बीते दिनों पीएम नरेंद्र मोदी से भी मिली थीं। तब चर्चा इसकी थी कि जल्दी ही वो बीजेपी में जा सकती हैं, लेकिन न शर्मिष्ठा मुखर्जी और न ही बीजेपी के किसी नेता की तरफ से इन चर्चाओं पर कोई प्रतिक्रिया अब तक दी गई है। हालांकि, शर्मिष्ठा के ताजा बयान से साफ है कि कांग्रेस की मौजूदा स्थिति से वो नाराज हैं।

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