उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश का स्टिंग’ कर सरकार को अस्थिर करने की साजिश रचने वाले समाचार प्लस चैनल के सीईओ उमेश शर्मा किसी जमाने में बीजेपी की आँखों के दुलारे थे. इतने दुलारे थे कि प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और तत्कालीन नेता विपक्ष अजय भट्ट ने 2012 में तत्कालीन सीएम विजय बहुगुणा को पत्र लिखकर उन पर निशंक सरकार के दौरान दर्ज मुकदमों को वापस लेने की प्रर्थना की थी. अजय भट्ट को तब उमेश शर्मा एक प्रखर पत्रकार नजर आता था.
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पढ़िए क्या लिखा था अजय भट्ट ने अपने पत्र में –
मा ० मुख्यमंत्री जी
उत्तराखंड सरकार
मान्यवर
कृपया वरिष्ठ पत्रकार श्री उमेश कुमार के विरूद्ध प्रदेश सरकार द्वारा दायर मुकदमों का संज्ञान लेने का कष्ट करें. उमेश कुमार एक प्रखर पत्रकार, समाचार प्लस चैनल के प्रधान संपादक व सम्मानित नागरिक हैं. पिछले कुछ वर्षों में उनकी पत्रकारिता से शासन को परेशानियां उठानी पड़ी हैं. तत्कालीन प्रशासन द्वारा उनकी लेखनी व न्याय के लिए उनके संघर्ष को अन्यथा लेते हुए उनके विरुद्ध अनेक मुकदमे दायर कर दिए गए. ये मुकदमे उनके संवैधानिक व् प्राकृतिक अधिकारों पर प्रहार करते हैं. इससे श्री उमेश कुमार व उनके परिवार को मानसिक व आर्थिक कठिनाइयों से गुजरना पड़ा है. मेरा आपसे अनुरोध है की न्याय के हित में कृपया श्री उमेश कुमार के विरुद्ध दायर मुकदमों को तुरंत वापस लेने का कष्ट करें. आशा है आप एक निर्दोष नागरिक के विरुद्ध प्रशासन द्वारा विद्वेषपूर्ण कार्यवाही से दायर उक्त मुकदमों को वापस लेकर न्याय की रक्षा करेंगे.
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अजय भट्ट
नेता प्रतिपक्ष
उत्तराखंड विधानसभा