श्रीलंका की राजनीति में अब एक नया मोड़ आने वाला हैं, आर्थिक संकट से जुझ रहा श्रीलंका, अब नए जनता प्रतिनिधि के तलाश में हैं।इसी सिलसिले में श्रीलंका में आजकल प्रधानमंत्री राजपक्षे के खिलाफ़ जगह जगह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा हैं। एक ख़बर के अनुसार सोमवार को पीएम राजपक्षे के समर्थकों ने प्रदर्शनकारियों पर हमला बोल दिया। हमले में 16 लोगों के घायल होने की खबर है।
इधर सोमावर को प्रधानमंत्री राजपक्षे ने कहा कि वह अपने जनता के लिए ‘कोई भी बलिदान’ देने को तैयार हैं। उनके इस बयान के बाद इन अटकलों को हवा मिलने लगा है कि राजपक्षे आज इस्तीफा देने की पेशकश कर सकते हैं।
गौरतलब है कि उनके छोटे भाई और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे की आर्थिक संकट से घिरी सरकार पर देश को उबारने के लिए अंतरिम सरकार बनाने का दबाव बढ़ गया है। स्थानीय समाचार एजेंसी ‘लंका फर्स्ट ’ के अनुसार राजपक्षे ने यह बात प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास ‘टेम्पल ट्री’ में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कही।
राजनीतिक सूत्रों ने कि माने तो पीएम राजपक्षे के छोटे भाई और राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे भी नहीं चाहते की मौजूदा सरकार सता में रहे । इस लिए उनके नेतृत्व वाली सरकार पर विपक्ष का दबाव लगातार बढ़ रहा है। सूत्रों का कहना है पीएम का इस्तीफा देश को मौजूदा आर्थिक संकट निपटने में मददगार साबित होगा।
कोलंबो पेज की रिपोर्ट के अनुसार, गोतबाया राजपक्षे की अध्यक्षता में राष्ट्रपति भवन में एक विशेष कैबिनेट बैठक में महिंदा राजपक्षे ने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने पर सहमति व्यक्त की है।