इसलिए इन 5 राज्यों के लोगों पर पड़ेगी महंगे बिजली बिल की मार
देश में कोयले से संचालित पावर स्टेशनों के सामने गंभीर चुनौती खड़ी हो गई है. ऐसे में इस चुनौती को देखते हुए गुजरात सरकार ने राज्य में अडानी, टाटा, और एस्सार पावर कंपनियों को राज्य में बिजली की दरों में इजाफा करने की छूट देने की पहली की है. ऐसे में आदम आदमी की मुश्किलें बढ़ने की तैयारी गुजरात सरकार कर रही है.
अब जरा पूरा मामला समझिए
दरअसल, बीते कुछ महीनों के दौरान आंतरिक दबाव के कारण इंडोनेशिया ने निर्यात होने वाले कोयले की कीमत में लगातार इजाफा किया है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कोयले की कीमत में जारी गिरावट के चलते इंडोनेशिया के कोयला खदानों के ठप पड़ जाने का खतरा खड़ा था, जिससे बचने के लिए इंडोनेशिया सरकार ने निर्यात किए जाने वाले कच्चे कोयले की कीमत में लगातार इजाफा किया है. वहीं बढ़ती कीमत के चलते गुजरात सरकार ने बिजली कंपनियों को बिजली दरों में इजाफा करने की छूट देने की पहल कर दी है.
गौरतलब, है कि इन सभी पॉवर प्रोजेक्ट्स को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का सहारा है और एसबीआई ने उच्च सत्रीय समिति को बताया कि ये सबी बिजली संयंत्र घाटे में है और इन्हें प्रमोटरों के अतिरिक्त निवेश के सहारे चलाया जा रहा है. ऐसे में सरकार द्वारा बिजली कंपनियों को बिजली दरों में इजाफा करने की छूट देने की पहल को एसबीआई के पैसे को बचाने की कवायद बताया जा रहा है.
इन राज्यों में महंगी होगी बिजली
ये चुनौती इस बार विदेश कोयले के चलते खड़ी हुई है. ऐसे में इससे निपटने के लिए गुजरात सरकार आम आदमी के लिए बिजली बिल को महंगा करने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही पंजाब, राजस्थान, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों के पास भी बिजली बिल में इजापा करने के अलावा कोई विकल्प नहीं रहेगा. ये सबी राज्य भी अपनी जरूरत की बिजली टाटा, अडानी और एस्सार के गुजरात स्थित पावर स्टेशन से ही खरीदते हैं. इन तीनों पावर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता 10 हजार मेगावॉट है.