नई दिल्ली, राजसत्ता एक्सप्रेस। हाल ही में राजस्थान के कोटा में लॉकडाउन के कारण फंसे छात्रों को निकालने के लिए योगी सरकार की काफी तारीफ हुई थी। सरकार ने कोटा में कोचिंग कर रहे मेडिकल व इंजीनियरिंग के 10 हजार छात्रों को बसों के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया। सभी की स्क्रीनिंग व टेस्टिंग की गई। इसके बाद उन्हें होम क्वारंटीन कर दिया गया। इन छात्रों को निकालने के बाद योगी सरकार ने दिल्ली, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों को वापस लाने का ऐलान किया था। हालांकि, योगी सरकार के इस फैसले से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सहमत नहीं हैं।
एक टीवी को दिये इंटरव्यू में गडकरी ने कहा कि अगर इन मजदूरों को अन्य राज्यों से निकाला गया तो कोरोना का संक्रमण और बढ़ सकता है। गडकरी ने कहा कि मैंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का वह बयान सुना, जिसमें वह बसें चलाने की बात कर रहे हैं। मैं उनके इस फैसले से सहमत नहीं हूं। क्योंकि लोगों को लाने का ये सही समय नहीं है। इससे कोरोना संक्रमण और फैल सकता है।
‘मजदूरों के साथ आएगा कोरोना’
गडकरी ने आगे कहा कि कोरोना के चलते अभी हालात ठीक नहीं है। हर जगह पर कोरोना का कहर देखा जा रहा है। ऐसे में अगर प्रवासी मजदूर लौटते हैं तो वे अकेले नहीं होगें, उनके साथ कोरोना वायरस भी साथ आएगा। उन्हें वापस लाने से पहले ये सुनिश्चित करना होगा कि वे लोग कोरोना संक्रमित ना हों। मेरा मानना है कि प्रवासी जहां हैं, उन्हें वहीं खाना दिया जाना चाहिए और उनके रहने का इंतजाम किया जाना चाहिए।