आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफे की वजह सरकार और आरबीआई के बीच चल रही खींचतान को प्रमुख माना जा रहा है।
वहीं खबर यहां तक सामने आई थी, कि मोदी सरकार रिजर्व बैंक पर 3.60 लाख करोड़ रुपए देने का दबाव डाल रही थी। हालांकि, वित्त मंत्रालय ने इससे इनकार किया था। उर्जित पटेल रकम न देने पर अड़ गए थे।
सेक्शन 7 लागू को लेकर भी खींचतान
वहीं दूसरी वजह केंद्र की ओर से रिजर्व बैंक एक्ट का सेक्शन 7 लागू करने की धमकी देने की बात सामने आई थी। इस सेक्शन को आज तक कभी लागू नहीं किया गया। सेक्शन 7 लागू होने पर रिजर्व बैंक बोर्ड को सरकार की सलाह माननी ही पड़ती है। उर्जित इससे भी खफा बताए जा रहे थे। क्योंकि इससे पहले कभी देश के इतिहास में नहीं हुआ था।
सत्र में विपक्ष उठा सकता है मुद्दा
संसद के शीतकालीन सत्र के ठीक पहले इस्तीफे से राजनीतिक भूचाल आने की आशंका है। साथ ही सदन में विपक्ष को बैठे बैठाए एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है। जिसको लेकर सदन में जोरदार हंगामा होने के आसार हैं।
संवैधानिक संस्थाओं पर दबाव का आरोप
क्योंकि विपक्ष लगातार सरकार पर आरोप लगा रहा है कि मोदी सरकार हर संवैधानिक संस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है. ऐसे में कल जब संसद सत्र शुरू होगा तो विपक्ष उर्जित पटेल के इस्तीफे का मुद्दा भी उठायेगा.