नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में योगी के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने एससीएसटी एक्ट को लेकर अपनी ही सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है. योगी सरकार में पिछड़ा वर्ग के कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने अपनी सरकार के खिलाफ जाकर एससीएसटी एक्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का समर्थन किया है.
SC ST एक्ट पर न हम दलित कार्ड खेल रहे हैं और न हम सवर्ण कार्ड खेल रहे हैं।हम सही कार्ड खेल रहे हैं।जो सही है वो होना चाहिए। "जाके पैर फटे न बिवाई,सो क्या जाने पीर पराई"जिस के परिवार के ऊपर SC/ST का मुकदमा लिखा गया होगा,वही जानता होगा,जिसके ऊपर नहीं है वह तो कुछ नहीं कह सकता है।
— Om Prakash Rajbhar (@oprajbhar) September 9, 2018
पत्रकारों से बातचीत के दौरान ओम प्रकाश राजभर ने दावा किया है कि एससीएसटी एक्ट का गलत इस्तेमाल किया जाता है, इसमें मासूम और निर्दोश लोगों को फंसाया जाता है. बता दें कि ओम प्रकाश राजभर खुद एक पिछड़े वर्ग के नेता हैं. राजभर के मुताबिक सरकार ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन वोटों की राजनीति के लिए किया है.
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उन्होने कहा कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिया गया फैसला सही था. भाजपा पर निशाना साधते हुए राजभर ने कहा कि जब इनके नेताओं के रिश्तेदार ऐसे मामलों में फंसेंगे तभी इन्हें समझ आएगा. राजभर ने ये भी कहा कि खुद संविधान को बनाने में महत्वपूर्ण भुमिका निभाने वाले डॉक्टर बी आर अंबेडकर ने माना था कि इस एक्ट के तहत केवल दोषियों को सजा मिलनी चाहिए.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 20 मार्च को एससीएसटी एक्ट के गलत इस्तेमाल का हवाला देते हुए कहा था कि एक्ट के तहत दायर की शिकायत में तुरंत गिरफ्तारी नही होगी. कोर्ट ने कई दिशा-निर्देश जारी किए थे और कहा था कि एक्ट के तहत दायर की गई शिकायत में केवल लोक सेवकों को ही गिरफ्तार किया जा सकेगा वो भी प्रशासन की मंजूरी के बाद.
लेकिन दलितों के विरोध के बाद सरकार ने अध्यादेश लाकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल दिया था. जिसके बाद स्वर्णों ने भारत बंद कर अपनी नाराजगी जताई थे.