राजसत्ता एक्सप्रेस। कोरोना के संकट काल में हर कोई अपनी हैसियत के मुताबिक मदद करने के लिये आगे आ रहा है। कोई रुपये-पैसों से तो कोई हाथ पैर से। इस दौरान उत्तराखंड के अगस्तमुनि की 80 साल की दर्शनी देवी भी इस मुश्किल वक्त में लोगों की मदद करने में पीछे नहीं रहीं। डोभा-डडोली गांव की रहने वालीं ये बुजुर्ग महिला अपने घर से 10 किमी पैदल चलकर बैंक पहुंचीं, क्योंकि उन्हें पीएम केयर फंड में पैसा जमा कराना था। दर्शनी देवी के पति कबूतर सिंह रौथाण 1965 में हुए भारत-पाकिस्तान युद्ध में वीरगति को प्राप्त हो गए थे।
इसे भी पढ़ें: कोरोना काल में उत्तराखंड सरकार के बड़े फैसले, बिजली बिल के अलावा यहां मिलेगी राहत
बुजुर्ग महिला शुक्रवा को पैदल 10 किलोमीटर का सफर तय करके अगस्त्यमुनि पहुंची। जहां की एसबीआई शाखा में पीएम केयर फंड के नाम पर दो लाख का ड्राफ्ट बनाया और नगर पंचायत के ईओ के माध्यम से धनराशि को दान कोविड-19 की लड़ाई देश के लिए दान दे दी। ताकि इस जंग में व्यवस्थाओं को और ठीक किया जा सके। उन्होंने कहा कि इसी लिए अपने अपनी पेंशन के दो लाख रुपये पीएम केयर फंड में दान देने का फैसला लिया।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड में मां के बाद बेटा भी कोरोना पॉजिटिव, एक हफ्ते में आए डराने वाले आंकड़े
उनका कहना है कि इस मुश्किल वक्त में आम लोगों का सहयोग करना जरूरी है। उनके इस जज्बे को नगर पंचायत के ईओ हरेंद्र चौहान ने सलाम करते हुए उनका माल्यार्पण किया। कोविड-19 की इस जंग में हर कोई अपने-अपने स्तर पर देश सेवा कर रहा है। कोई शारिरीक रूप से तो कोई आर्थिक। शुक्रवार को झिरकोटी गांव निवासी एवं राइंका लंगासू में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत 57 वर्षीय कमला देवी ने भी प्रधानमंत्री केयर फंड में डेढ़ लाख रुपये का दान दिया।