नई दिल्ली: 12 मार्च 1930 में शुरू हुआ ‘दांडी मार्च’ की तारीख इतिहास में दर्ज प्रमुख घटनाओं तरह ही शामिल है। इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अहम पड़ाव के रूप में माना जाता है। इस दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से नमक सत्याग्रह के लिये दांडी यात्रा शुरू की थी।
दांडी मार्च के जरिए से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के बनाए नमक कानून को तोड़कर उस सत्ता को चुनौती दी थी जिसके बारे में कहा जाता था कि उसके साम्राज्य में कभी सूरज नहीं डूबता है। ‘दांडी मार्च’ ने स्वतंत्रता आंदोलन के लिए एक बड़े मील के पत्थर का काम किया था।
गौरतलब है कि दांडी एक शहर का नाम है, जहां जा कर बापू ने नमक बनाने के लिए अंग्रेजों के एकछत्र अधिकार वाला कानून तोड़ा और नमक बनाया था। उस वक्त गांधी जी ने नमक हाथ में लेकर कहा था कि ‘इसके साथ मैं ब्रिटिश साम्राज्य की नींव को हिला रहा हूं।’
इसी खास दिन को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्याय और समानता के लिए दांडी मार्च में भाग लेने वाले महात्मा गांधी और अन्य लोगों को श्रद्धांजलि दी।
जब एक मुट्ठी नमक ने अंग्रेजी साम्राज्य को हिला दिया !https://t.co/QVuDNCZoXL
— Narendra Modi (@narendramodi) March 12, 2019
महात्मा गांधी ने 80 लोगों के साथ अहमदाबाद स्थित साबरमती आश्रम से नमक सत्याग्रह के लिए दांडी यात्रा शुरू की थी. दांडी तक की 241 मील की दूरी तय करने में उन्हें 24 दिन लगे और इस यात्रा में पूरे रास्ते हजारों लोग जुड़ते चले गए।