हंगामे से नाराज सुमित्रा महाजन बोली, ‘हम स्कूल के बच्चों से भी गए-गुजरे हो गए हैं’
संसद के शीतकालीन सत्र के शुरू होने से लेकर अब तक सदन की कार्यवाही में लगातार व्यवधान और हंगामे से व्यथित लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन मंगलवार भड़क उठीं। सदस्यों के हंगामे से आजिज आकर उन्होंने सांसदों को फटकार लगाते हुए कहा कि क्या ‘हम स्कूल के बच्चों से भी गए-गुजरे हो गए हैं।’
शीतकालीन सत्र के छठे दिन मंगलवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस, ऑल इंडिया द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक), तेलुगू देशम पार्टी(टीडीपी) के सदस्यों के हंगामें के कारण सदन की बैठक 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गई। दोबारा 12 बजे बैठक शुरू हुई तो लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने जरूरी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए।
इस बीच कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और टीडीपी के सदस्यों ने अपने-अपने मुद्दों को लेकर अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। वहीं, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के सदस्य अपनी सीटों पर खड़े होकर नारेबाजी करते रहे। सदस्यों को अपनी सीट पर लौटने का आग्रह करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि वह समझ सकती हैं कि यह वर्तमान लोकसभा का आखिरी पूर्ण सत्र है और आप लोगों के अपने-अपने मुद्दे हैं।
उन्होंने सदस्यों को सदन में शांति बनाए रखने की अपील करते हुए कहा कि संसद चर्चा के लिए है और सरकार चर्चा के लिए तैयार है लेकिन जिस तरह सदस्य शोरगुल और नारेजबाजी कर रहे हैं, वह सही तरीका नहीं है।
लोकसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि विदेश के शिष्टमंडल आते हैं और लोग पूछते हैं कि आपके यहां क्या हो रहा है। उन्हें विदेशों से भी संदेश मिलते हैं और पूछा जाता है कि भारत की संसद में ये क्या हो रहा है। स्कूली बच्चे भी संदेश भेज कहते हैं संसद सत्र से बेहतर तो उनके स्कूल चलते हैं। महाजन ने सवालिया अंदाज में सदस्यों से पूछा कि क्या ‘हम स्कूली बच्चों से भी गए-गुजरे हो गए हैं?’