नई दिल्ली: तमिलनाडु में भारी बारिश का कहरजारी है। NDRF ने कई क्षेत्रों में भारी बारिश के वजह तमिलनाडु में 5 बचाव दल तैनात किए हैं।
अधिकारियों के मुताबिक, मदुरै जनपद में दो टीमें, चेन्नई, चेंगलपट्टू और तिरुवल्लूर जिलों में एक-एक टीमें तैनात की गई हैं और आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त टीमों को अलर्ट पर रखा गया है।
अधिकारियों ने कहा कि 5 विभिन्न जगहों पर तैनात NDRF की सभी टीमें बाढ़ बचाव उपकरण, जेमिनी नौकाओं समेत खोज और बचाव उपकरण, संचार प्रणाली और PPE किट से लैस हैं।
उन्होंने कहा कि अरक्कोनम में बल का 247 नियंत्रण कक्ष 24 घंटे स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहा है और राज्य प्रशासन के साथ समन्वय में सभी प्रयास किए जा रहे हैं।
PM नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने रविवार को उन्हें राहत एवं बचाव कार्य में केंद्र की तरफ से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।
चेन्नई शहर और आसपास के क्षेत्रों में रविवार को भारी बारिश हुई, जिससे अधिकांश इलाकों में पानी भर गया और शहर के तीन जलाशयों के द्वार खुल गए ताकि अतिरिक्त पानी बह सके।
अक्टूबर में पूर्वोत्तर मानसून की शुरूआत के बाद से तमिलनाडु और पुडुचेरी क्षेत्रों में भारी वर्षा हो रही है, जबकि चेन्नई क्षेत्र में 44 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। चेन्नई में पिछले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई है।
चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट जिलों के स्कूल और कॉलेज सोमवार और मंगलवार के लिए बंद कर दिए गए हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 10 नवंबर तक भारी वर्षा जारी रहने का संकेत देते हुए कहा है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी तमिलनाडु में एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है और 9 नवंबर तक एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है, जिससे राज्य में अगले तीन दिनों तक व्यापक बारिश होने की संभावना है।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, 260 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और निचले इलाकों या पानी से भरे स्थानों के लोगों को समायोजित करने के लिए लगभग 160 राहत केंद्र खोले गए हैं। अधिकारियों ने आगे कहा कि जरूरतमंद लोगों के लिए खाने के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं।