प्रयागराज में भले ही माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या कर दी गई। लेकिन अभी भी उसके गिरोह के कई लोग फरार चल रहे हैं। इस वजह से उनका डर PDA अफसरों को सता रहा है और शायद यही वजह है कि ध्वस्तीकरण के नोटिस के बावजूद भी गुर्गों के खिलाफ कार्रवाई की हिम्मत नहीं जुटाई पाई है।
पांच-पांच लाख इनामी गुड्डू मुस्लिम के घर पर नोटिस चस्पा किए जाने के बाद से किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं पड़ी जो माफिया के गुर्गों की ओर नजर उठा ले। गुड्डू मुस्लिम अतीक अहमद का खास आदमी था। अतीक के राज की जानकारी गुड्डू मुस्लिम के पास ही है।
गुड्डू मुस्लिम तब सुर्खियों में आया जब उमेश पाल हत्याकांड के वायरल वीडियो में बैग से बम निकाल-निकाल कर फेंकते हुए दिखा था। गुड्डू मुस्लिम और राइफल से गोली चलाने वाले शाबिर के आशियानों को गिराए जाने के लिए प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने नोटिस जारी किया था।
दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए के इनाम है। PDA ने पहले मार्च में नोटिस देकर उनके घर के मानचित्र की वैधता के संबंध में जवाब मांगा था। पंद्रह दिन की अवधि पूरी होने के बाद दोनों की ओर से PDA को कोई जवाब नहीं दिया गया। इसके बाद 3 अप्रैल को अगला कदम उठाते हुए PDA ने दोनों के घरों के बाहर ध्वस्तीकरण का नोटिसें चस्पा करा दिया।
इसमें उन्हें एक और बार 15 दिन का मौका दिया गया। मगर इस बार भी दोनों की ओर से कोई जवाब नहीं आया। एक के बाद एक दोनों नोटिसों की पूरी हो जाने के बावजूद PDA ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। अतीक और उसके गुर्गों का भय कहें या कुछ और लेकिन PDA पूरे मसले पर चुप्पी साधे बैठा है।
नोटिस के बावजूद कार्रवाई न किया जाना PDA की कार्य पर प्रश्नचिन्ह लगा रहा है? मगर PDA अधिकारी इस संबंध में कोई जवाब देने को तैयार नहीं हैं। जोनल सचिव अजीत सिंह से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि शीघ्र ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।