आखिर कौन है मोइन कुरैशी, जिसकी वजह से CBI के दो सीनियर अफसर भिड़ गए

After all, Moin Qureshi, due to which two senior officers of the CBI were confronted.

जिस मोइन कुरैशी की वजह से सीबीआई के दो सीनियर अफसर आपस में ही भिड़ गए हैं. एक-दूसरे पर घूस लेने के आरोप लगा रहे हैं. आखिर ये मोइन कुरैशी है कौन जिससे खुद पीएमओ हरकत में है. मोदी ने पहली बार किया था जिक्र 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान नरेंद्र मोदी ने मुद्दा उठाते हुए कहा कि कुरैशी के संबंध कांग्रेस आलाकमान से हैं. इस वजह से ही यूपीए सरकार उस पर कार्रवाई नहीं कर रही है. अपने दामन में लगे सीधे आरोप के बाद मनमोहन सरकार ने आनन फानन में कुरैशी के 15 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कराई. जांच आगे बढ़ती गई कई बड़े लोग इसके लपेटे में आते गए. आरोप है कि कुछ लोगों को बचाने के लिए सीबीआई अफसरों को घूस दी गई.

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यूपी से है मोइन कुरैशी का रिश्ता

साल 1993 में यूपी के रामपुर में एक बूचड़खाने से करोड़पति बनने की दिलचस्प कहानी है. मोइन बूचड़खाने से महज 10 साल में देश का बड़ा मीट कारोबारी बन गया. 2014 में बनी मोदी सरकार में पहली बार कुरैशी की 2017 में दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में लिया गया. कुरैशी दुबई भागने की फिराक में था. ईडी ने उससे कई बार पूछताछ की. आरोप था कि कुरैशी ने गलत तरीके से देश के पैसे बाहर भेजे हैं और वहां पर संपत्तियां खड़ी की हैं.

देहरादून के नामी कॉलेज से की पढ़ाई

कुरैशी की पढ़ाई नामी स्कूल दून स्कूल में हुई. उसने दिल्ली के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से ग्रेजुएशन किया. फिर कुछ दिन नौकरी करने के बाद मीट के कारोबार में आ गया. धीरे धीरे मीट के कारोबार का किंग बन गया. बड़े बड़े नेताओं के साथ उसके संबंध हो गए. कांग्रेस में उसकी पकड़ सबसे मजबूत मानी जाती थी.

सीबीआई में थी मजबूत पकड़

मोइन कुरैसी एलुमिनाई मीट में सक्रिय रहता है जिससे लोगों से संबंध बने रहें. मोइन का एक दफ्तर सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर एपी सिंह की मां के घर में खोल रखा था. जिसका खुलासा तब हुआ जब 2014 में मोइन के 15 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई. इस मामले में एपी सिंह को इस्तीफा देना पड़ा था. एपी सिंह यूपीएससी के मेंबर भी थे.

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एक डायरी से फंसी सबकी गर्दन

मोइन और सीबीआई के रिश्तों का पता तब लगा जब एक तत्कालीन सीबीआई डायरेक्टर से मिलने वालों की डायरी में मोईन कुरैशी का नाम लिखा था. डायरी में मोइन की मुलाकात का 70 बार जिक्र था. कई बार वो अपनी पत्नी के साथ भी मिलने गया था. सीबीआई से सांठगांठ का मामला सामने आने के बाद देश की राजनीति में भूचाल आ गया था.

25 से ज्यादा कंपनियां

कुरैशी ने मीट कारोबार से दो दर्जन कंपनियां बनाईं, जिनमें कंस्ट्रक्शन से लेकर फैशन तक शामिल है. कुरैशी ने 1995 में शराब कारोबारी पोंटी चड्ढा से भी हाथ मिला लिया था लेकिन 2012 में पोंटी चड्ढा की हत्या के बाद उनके बेटे से वह अलग हो गया.

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फ्रेंच आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया फार्महाउस

कुरैशी का दिल्ली के छतरपुर में एक फार्महाउस है जिसे जाने माने फ्रेंच आर्किटेक्ट जीन लूइस डेनियट ने डिजाइन किया था. इसका डिजाइन इस क्षेत्र की जानी मानी पत्रिका एल डेकोर के कवर पेज पर छपा था.

बेटी की शादी के बाद आया था रडार पर

कुरैशी की बेटी पर्निया नाम से फैशन स्टोर चलाती है, जिसकी शादी पूर्व सीएम अजीत प्रसाद के बेटे अर्जुन से हुई थी. जिसका संबंध कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद के परिवार से है. मोइन ने अपनी बेटी की शादी में फतेह अली खान को गाने के लिए बुलाया गया था. फतेह अली खान को 56 लाख की विदेशी मुद्रा के साथ पकड़ा गया था. बताया जाता है कि पैसा कुरैशी ने दिया था. जिसके बाद वो इनकम टैक्स के रडार पर आ गया. ईडी इस मामले की जांच कर रहा है कि कैसे उसने 200 करोड़ रुपए की संपत्ति विदेश में जमा की.

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