मंदिर के बाहर भीख मांगकर गुजारा करती थी ये महिला, शहीदों के परिजन को दिए 6 लाख

आपने मंदिर के बाहर कई लोगों को भीख मांगते देखा होगा लेकिन क्या कभी सोचा है कि भीख मांगने वाला किसी की लाखों रुपय की मदद कर पाएगा. जी हां, ऐसा हुआ है. बेशक आप सुनकर चौक गए होंगे लेकिन अजमेर में मंदिर के बाहर भीख मांगने वाली वृद्ध महिला देवकी शर्मा की जीवनभर की कमाई पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवारों को समर्पित कर दी गई. ऐसा देवकी की इच्छा पर हुआ है जिसकी करीब 6 महीने पहले मृत्यु हो चुकी है.

अजमेर के बजरंग गढ़ स्थित माता मंदिर पर पिछले 7 साल से देवकी शर्मा भीख मांगकर गुजारा करती थी. मृत्यु से पूर्व इस महिला ने लोगों की दी गई भीख से 6,61,600 रुपये जमा किए थे, जो बजरंगगढ़ चौराहा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के अकाउंट में जमा थे. लेकिन इस महिला ने अपने जीवनकाल में ही जय अम्बे माता मंदिर के ट्रस्टियों से यह कहा था कि उसकी मौत के बाद इस राशि को किसी नेक काम में खर्च किया जाए.

देवकी शर्मा की अंतिम इच्छा को अब जाकर पूरा किया गया. इस राशि का बैंक ड्राफ्ट बुधवार को अजमेर के जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा को सौंपा गया. महिला ने अपने जीवन काल में ही उन्हें इस राशि का ट्रस्टी बना दिया था और आज यह संपूर्ण राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए समर्पित की गई है. देवकी की इच्छा के मुताबिक, इस राशि को पुलवामा हमले में शहीद हुए राजस्थान के शहीदों के परिवार को आर्थिक संबल प्रदान करने में किया जाएगा.

आपको बता दें कि देवकी भीख में एकत्र हुई राशि को जमा करवाती थी. कुछ ही समय में यह राशि पांच लाख रुपए तक पहुंच गई. कुछ समय पूर्व देवकी का निधन हो गया. इसके बाद जब देवकी के बिस्तरों की जांच की गई तो उसमें डेढ़ लाख रुपए और निकले. जिसके बाद इस राशि को भी समिति ने बैंक में जमा करवा दिया. फिलहाल बुधवार को बैंक से छह लाख 61 हजार 605 रुपए का ड्राफ्ट बनाकर जिला कलेक्टर को शहीद परिवार के लिए सौंप दिया गया.

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