Ayodhya case hearing- 10 जनवरी तक टला मामला, नई बेंच सुनेगी आयोध्या केस

लंबे समय से सुप्रीम कोर्ट में अटके आयोध्या भूमी विवाद की सुनवाई को एक बार फिर से टाल दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट ने का कि 10 जनवरी से नई बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी.

ये कयास लगाए जा रहें हैं कि 6-7 जनवरी तक नई बेंच और उसमें शामिल होने वाले जजों के नाम का ऐलान हो सकता है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान मौजूद हिंदू महासभा के वकील ने कहा है कि अगर नई बेंच मामले की सुनवाई रोजाना करती है तो सालों पुराने इस विवाद का फैसला 60 दिनों में भी आ सकता है.

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हिंदू महासभा के वकील ने कहा कि हम 10 जनवरी को इस मामले की सुनवाई करने वाली बेंच के समक्ष अपनी बात रखेंगे और मामले में रोजाना सुनवाई की अपील करेंगे. उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों तरफ से अपना-अपना पक्ष रखा जा चुका है, डॉक्यूमेंट्स का आदान-प्रदान भी हो चुका है, साथ ही  ट्रांसलेशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है.

90 दिनों में की थी इलाहाबाद हाई कोर्ट ने सुनवाई

हिंदू महासभा के वकील ने दलील देते हुए कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट ने 90 दिनों में रोजाना सुनवाई करके इस मामले पर अपना फैसला सुनाया था. इसलिए सुप्रीम कोर्ट से यह अपील है कि अगर इस मसले पर दोनों पक्ष सहयोग करें तो 60 दिन के अंदर फैसला आ सकता है.

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फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी पे साधा निशाना

आयोध्या भूमी विवाद पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि इस मामले पर चर्चा होनी चाहिए और इसका समाधान ढूंढा जाना चाहिए. अब्दुल्ला ने कहा, ‘इस मामले को कोर्ट में ले जाने की क्या जरूरत है? मुझे पूरा भरोसा है कि बातचीत के जरिए इसे सुलझाया जा सकता है.’ इस दौरान अब्दुल्ला ने बीजेपी पर भी जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने पिछले पौने पांच साल में कुछ भी नहीं किया. उन्होंने कहा, ‘मंदिर बनाने से बीजेपी का कोई सरोकार नहीं है. ये लोग सिर्फ कुर्सी पर बैठने के लिए मंदिर की बात उठाते हैं.’

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