शिवपुरी: मध्यप्रदेश के सुल्तानगढ़ के झरने का अचानक जलस्तर बढ़ने से पिकनिक मनाने आए लोग जल प्रवाह के बीच फंस गए थे. राहत एवं बचाव दल ने करीब 45 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है जबकि 6 लापता बताए जा रहे हैं.
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शिवपुरी के पुलिस अधीक्षक राजेश हिंगणकर ने गुरुवार को आईएएनएएस को बताया, “देर रात लगभग तीन बजे तक चले राहत एवं बचाव दल ने 45 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया. पांच लोगों को हेलीकॉप्टर और शेष को रस्से (मोटी रस्सी) की मदद से पानी के प्रवाह के बीच से निकाला. छह लोगों के लापता होने की ग्वालियर में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है.”
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और निर्मला सीतारमण के प्रति आभार जताया है, जिन्होंने राहत और बचाव कार्य में मदद मुहैया कराई.
बीएसएफ की टुकड़ी शिवपुरी के वाटर फॉल्स हादसे के स्थल पर पहुंच चुकी है। फंसे हुए लोंगो तक लाइफ जैकेट पहुचा दिये गए हैं। मै लगातार रेस्क्यू टीम के संपर्क में हूँ और आशा करता हूँ की हम जल्द ही सभी को सुरक्षित बहार निकाल लेंगे।
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 15, 2018
We appreciate the concern shown by @rajnathsingh ji and @nsitharaman ji. Thank them for their quick intervention in the matter.
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 15, 2018
गौरतलब है कि बुधवार को स्वतंत्रता दिवस के अवकाश के कारण बड़ी संख्या में लोग शिवपुरी जिले के मोहना स्थित सुल्तानगढ़ झरने पर पिकनिक मनाने गए थे. कुछ लोग चट्टान पर चढ़कर तस्वीरें खिचा रहे थे कि तभी बारिश का पानी आने से जलस्तर बढ़ गया और झरने के बीच खड़े 34 लोग पानी में फंस गए. वहीं, 15 से ज्यादा लोग बह गए.
We have rescued 40 people & 5 people were rescued earlier by a helicopter. All these 45 people are safe now: Rajesh Hingankar, SP on rescue operations in Shivpuri. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/5TsmFvcPNY
— ANI (@ANI) August 15, 2018
झरने के पानी में पर्यटकों के फंसे होने की सूचना के कई घंटे बाद प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर पाया. ग्वालियर से वायुसेना के हेलीकॉप्टर ने पांच लोगों को निकाला. अंधेरा होने के कारण दोबारा हेलीकॉप्टर नहीं आ पाया.
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उसके बाद बीएसएफ, एसडीआरएफ के दल राहत और बचाव कार्य में लगे मगर पानी का प्रवाह तेज होने के कारण रात 12 बजे तक राहत और बचाव कार्य थमा रहा. जलस्तर थोड़ा कम होने पर राहत और बचाव दल ने रस्सों की मदद से चट्टान पर बैठे लोगों को सुरक्षित निकाल लिया.