नई दिल्ली: दुनिया भले ही इन्हें पब्लिसिटी का भूखा कहती हो लेकिन देश की दिग्गज हस्तियों पर मुकदमा चलवा देना क्या कोई आम बात है! मुजफ्फरपुर के वकील सुधीर कुमार ओझा वो शख्स हैं जो बड़े-बड़ों पर मुकदमा चलावा चुके हैं. कोई आम आदमी हो या खास हर कोई मुकदमों से दूर रहना चाहता है लेकिन सुधीर देश की बड़ी हस्तियों को कानूनी पचड़ों में डालने के लिए जाने जाते हैं
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन हों या देश के प्रधानमंत्री वो हर किसी को मुकदमों में फंसा चुके हैं. हाल ही में सुधीर ने कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया था. सुधीर द्वारा मुकदमा दर्ज करवाए गए मामलों के विषय हमेशा रोचक होते हैं.
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2014 में उन्होने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करवाया था. मुकदमे की वजह में उन्होने बताया था कि सरकार सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित कर रही है इससे देशवासियों की भावना आहत हुई हैं क्योंकि ये सम्मान हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद को दिया जाना चाहिए था.
वहीं दबंग 2 के गाने फेवीकोल को लेकर उन्होने सलमान खान, सोनाक्षी सिन्हा, करीना कपूर और अरबाज खान पर मुकदमा दर्ज करवा दिया था. उनके मुकदमें का तीर आलिया भट्ट की पहली फिल्म स्टूडेंट ऑफ द ईयर को भी खाना पड़ा जब सुधीर ने उसके एक गाने में राधा को सैक्सी कहने पर ऐतराज जताया था.
हालांकि सुधीर के मुकदमों का विषय हमेशा उनके मकसद को हल्का कर देता है लेकिन उन्होने कई ऐसे मुकदमें भी करवाए जो गंभीर थे. इनमें से एक एमएनएस चीफ बाल ठाकरे के खिलाफ था जिसमें उन्होने बिहार के बारे में अपमान जनक टिप्पणी की थी. ओझा ने कई भ्रष्टाचार के मामलों में भी मुकदमे दर्ज करवाए जिसमें नीतीश कुमार से लेकर सुशील मोदी तक के नाम शामिल थे.
वकील सुधीर कुमार ओझा 1996 से मुजफ्फरपुर कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं और वो खुद पर लगने वाले पब्लिसिटी के इल्जामों पर ज्यादा ध्यान नही देते. वो कहते हैं कि ये मुकदमें वो अपने फायदे के लिए नही करते. यदि ऐसा होता तो उन्होने अपनी 10 कोठियों की जमीन सामाजिक कामों के लिए नही सौंपी होती.