नमाज के बहाने संघ की शाखाओं पर हमलावर हुई कांग्रेस
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पार्क में नमाज पढ़े जाने पर रोक लगाने का मुद्दा अभी भी गरमाया हुआ है. इस फैसले के बाद जहां AIMIM के अध्यक्ष ओवैसी ने ट्वीट कर यूपी पुलिस पर सख्त टिप्पणी करते हुए लिखा था कि यहां कांवड़ियों पर फूल बरसाए जाते हैं लेकिन मुसलमानों को नमाज पढ़ने से रोका जाता है.
वहीं, उसके बाद अब कांग्रेस नेता ने भी यूपी डीजीपी को चिट्ठी लिख कर संघ की शाखाओं पर रोक लगाने की मांग की है.
यूपी डीजीपी को लिखी चिट्ठी
वहीं, अब उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता संपूर्णानंद ने डीजीपी को चिट्ठी लिख कर प्रदेश में लगने वाली राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की शाखाओं पर रोक लगाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अलग-अलग नियम क्यों चलाया जा रहा है.
कांग्रेस नेता संपूर्णानंद बोले
कांग्रेस के संपूर्णानंद का कहना है कि जब खुले में नमाज पर रोक लगाई गई है, तो यही नियम RSS की शाखा पर लागू क्यों नहीं किया जा रहा है. इस प्रकार का आदेश देना पूरी तरह से अनावश्यक है. आपको बता दें कि संपूर्णानंद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के विचार विभाग के प्रमुख हैं. मालूम हो कि आज शुक्रवार है इस लिहाज से नोएडा में सुरक्षा कड़ी है.
क्या है मामला
दरअसल, 25 दिसंबर के दिन ये मामला अचानक चर्चा में आया था. जब नोएडा के सेक्टर 58 में स्थानीय लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने लोगों को नमाज पढ़ने से रोक दिया था.
बता दें कि शहर के एक पार्क में धार्मिक प्रार्थना को लेकर पुलिस ने कंपनियों को नोटिस भेजा था. सेक्टर 58 थाना पुलिस ने इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित नोएडा ऑथोरिटी पार्क में प्रार्थना या धार्मिक आयोजन पर रोक लगा दी थी.
बढ़ाई गई सुरक्षा
आज शुक्रवार की नमाज के चलते प्रशासन ने फिर वहां पर सुरक्षा बढ़ा दी थी. प्रशासन ने लोगों को एकत्रित होने से पहले ही पार्क में पानी भरवा दिया, ताकि कोई नमाज ना पढ़ सके. इतना ही नहीं इस पार्क के आसपास पुलिस भी तैनात की गई है.
जबरन नमाज पढ़ने की कोशिश
गौरतलब है कि बीते 19 दिसंबर को यहां नमाज पढ़ रहे दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था. पुलिस का कहना था कि ये जबरन नमाज पढ़ने की कोशिश कर रहे थे. इस मुद्दे ने राजनीतिक तूल भी पकड़ा था. समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने इस मुद्दे पर राज्य की भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा था. विपक्षी पार्टियों का कहना था कि लोकसभा चुनाव में फायदा उठाने के लिए इस प्रकार की साजिशें रची जा रही हैं.