सपा-बसपा गठबंधन- पश्चिमी यूपी की 22 सीटों का बंटवारा, आरएलडी भी शामिल

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) के गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल हो गई है. लोकसभा चुनाव 2019 में उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी के विजयरथ को रोकने के लिए तीन दलों के बीच सीट को लेकर सहमति बन गई है.

आरएलडी के उपाध्यक्ष जयंत सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ बैठक की थी, जिसके बाद आरएलडी को सूबे की तीन सीटें दी गई हैं और पार्टी का एक उम्मीदवार सपा के चुनाव चिन्ह पर उतरेगा. सूत्रों के मुताबिक पश्चिम यूपी की लोकसभा सीटों को लेकर तीनों दलों में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला भी तय हो गया है.

सूत्रों की मानें तो पश्चिम यूपी की 22 लोकसभा सीटों में से ज्यादातर सीटें बसपा के खाते में गई है. पश्चिम की 11 सीटों पर बसपा चुनाव लड़ेगी. जबकि 8 सीटों पर सपा और 3 सीटों पर आरएलडी लड़ेगी. अभी सूबे की 56 सीटों पर तस्वीर साफ नहीं हुई है.

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पश्चिम यूपी इन सीटों पर बसपा लड़ेगी चुनाव

नोएडा (बसपा)

गाजियाबाद (बसपा)

मेरठ-हापुड़ (बसपा)

बुलंदशहर (बसपा)

आगरा (बसपा)

फतेहपुर सिकरी (बसपा)

सहारनपुर (बसपा)

अमरोहा (बसपा)

बिजनौर (बसपा)

नगीना (बसपा)

बिजनौर (बसपा)

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पश्चिम यूपी की इन आठ सीटों पर सपा लड़ेगी लोकसभा चुनाव

हथरस (सपा)

कैराना (सपा)

मुरादाबाद (सपा)

संभल (सपा)

रामपुर (सपा)

मैनपुरी (सपा)

फिरोजाबाद (सपा)

एटा(सपा)

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आरएलडी इन तीनों सीटों पर लड़ेगी चुनाव

बागपत (आरएलडी)

मुजफ्फरनगर (आरएलडी)

मथुरा (आरएलडी)

दुश्मनी भुलाकर किया गठबंधन 

मालूम हो कि 23 साल की दुश्मनी को भुलाकर सपा और बसपा ने गठबंधन किया है. शनिवार को अखिलेश यादव और मायावती ने ज्वाइंट प्रेस कान्फ्रेंस करके गठबंधन का एलान किया था. सीट शेयरिंग को लेकर मायावती ने घोषणा की थी कि सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से 38-38 सीटों पर सपा-बसपा चुनाव लड़ेंगी. रायबरेली और अमेठी सीट पर कांग्रेस के खिलाफ सपा-बसपा गठबंधन अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी. बाकी बची 2 सीटें सहयोगी दल के लिए रखी गई थी.

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सपा-बसपा गठबंधन में तीसरी पार्टी के रूप में राष्ट्रीय लोकदल की एंट्री हुई है. सपा-बसपा गठबंधन ने आरएलडी को पहले 2 सीटें देने की बात कही थी, जिस पर अजित सिंह राजी नहीं थे. वो चार सीटों की लगातार मांग रहे थे. इसी संबंध में बुधवार को आरएलडी नेता जयंत चौधरी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ लखनऊ में बैठक हुई. इसी दौरान सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हुआ, जिसके बाद आरएलडी को बागपत, मथुरा और मुजफ्फरनगर सीटें देने का फॉर्मूला तय हुआ है. इस तरह से आरएलडी को तीसरी सीट सपा को अपने कोटे से देना होगा.

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