लखनऊ: एप्पल के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की मौत के मामले में नई एफआईआर दर्ज कर ली गई है. विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना की तरफ से लिखाई गई इस एफआईआर में कॉन्सटेबल प्रशांत चौधरी और संदीप कुमार को नामजद किया गया है. एफआईआर में सना के हवाले से शुक्रवार रात की पूरी घटना का विस्तार से जिक्र है. रिपोर्ट में लिखा गया है कि पहले की रिपोर्ट में सही जानकारी नहीं है इसलिए नये तथ्यों को जांच में शामिल किया जाए. इस बीच लखनऊ के आईजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में बनी एसआईटी ने कल्पना द्वारा लिखाई गई नई एफआईआर के आधार पर जांच भी शुरू कर दी है. एसआईटी की टीम सबूत जुटाने के लिए घटनास्थल भी पहुंची. एडीजी लखनऊ राजीव कृष्ण ने कहा है कि अगर परिवार चाहेगा तो सीबीआई जांच भी कराई जाएगी.
पुलिस ने सादे कागज पर कराए दस्तखत
कल्पना तिवारी की तरफ से लिखाई गई एफआईआर में पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े किए गए है. एफआईआर में लिखा है कि पुलिस ने घटना की चश्मदीद सना से सादे कागज पर दस्तखत कराए. सना के हवाले से कहा गया है कि पुलिस ने दस्तखत कराए गए उसी सादे कागज पर बोल-बोल कर अपने मनमाफिक रिपोर्ट लिखवाई. सना के मुताबिक वो उस वक्त काफी डरी हुई थी इसलिए जो बोला वही लिखती चली गई. सना ने कहा कि उसने विवेक को बचाने की अपनी तरफ से हरसंभव कोशिश की लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस वाले ना तो उसे फोन करने दे रहे थे ना ही किसी का फोन पिक करने दे रहे थे.
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आधी रात की पूरी घटना का जिक्र
रिपोर्ट में शुक्रवार रात की सारी घटना का जिक्र किया गया है. सना के हवाले से ये भी कहा गया है कि उसने वर्दी पर लगी नेम प्लेट से दोनों आरोपी सिपाहियों की पहचान की. सना के मुताबिक प्रशांत चौधरी के साथ मौजूद पुलिसकर्मी संदीप कुमार ने भी उसे रोकने की कोई कोशिश नहीं की.
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बृजेश पाठक ने दिया था पूरी मदद का भरोसा
विवेक तिवारी के अंतिम संस्कार में पहुंचे कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक ने परिवार को पूरी मदद का भरोसा दिलाया था. गमगीन माहौल में बृजेश पाठक ने भरोसा दिलाया था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने सरकार की तरफ से हरसंभव मदद की भी बात कही थी.