‘शीतकालीन सत्र में नहीं आएगा राम मंदिर पर कानून, सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार’

राम मंदिर मामले पर रविवार को अयोधघ्या में धर्मसभा में विहिप के कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’, नागपुर में संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सरकार को अब ज्यादा देर नहीं करनी चाहिए और मंदिर के लिए कानून लाना चाहिए.

इसके बाद से ही कयास लगाए जाने लगे कि शायद चौतरफा दवाब के बाद केंद्र की मोदी सरकार सदन में राम मंदिर निर्माण को लेकर कानून लाए. लेकिन बीजेपी अध्यक्ष ने साफ कह दिया की इस संबंध में शीतकालीन सत्र में सरकार कोई बिल नहीं लाएगी.

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बीजेपी के अध्यक्ष ने शिवसेना प्रमुख के अयोध्या दौरे पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उद्धव अपने जीवन में पहली बार अयोध्या गए. अमित शाह ने यह बाते एक न्यूज चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में कही.

अमित शाह ने कहा कि बीजेपी सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेगी. उन्होंने कहा कि, मंदिर मामले में कोई निर्णय लेने से पहले पार्टी और सरकार जनवरी में सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई का इंतजार करेगी.

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कांग्रेस पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अदालत में कभी भी सुनवाई टालने के लिए अपिल नहीं की है. उन्होंने कहा कि, सुप्रीम कोर्ट में यह मामला 9 साल से विचाराधीन है. हमारा बस चलता तो यह मामला कब का सुलझ गया होता.

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